जांच. डीडीसी ने कहा मामला स्पष्ट करे बीडीओ, दूसरे की जमीन पर कैसे बना, बतायें कहा हैं कुआं
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डीडीसी को भी नहीं मिला भुआ की जमीन पर कुआं
जांच. डीडीसी ने कहा मामला स्पष्ट करे बीडीओ, दूसरे की जमीन पर कैसे बना, बतायें कहा हैं कुआं बीडीओ से मांगा पूरा अभिलेख प्रभात खबर द्वारा लगातार मामला प्रकाशित करने के बाद प्रशासन हुआ रेस नौरोत्तमपुर पंचायत के बाकी योजनाओं की भी होगी जांच : डीडीसी पाकुड़ : सदर प्रखंड के नौरोत्तमपुर पंचायत के बनबिक्रमपुर […]
बीडीओ से मांगा पूरा अभिलेख
प्रभात खबर द्वारा लगातार मामला प्रकाशित करने के बाद प्रशासन हुआ रेस
नौरोत्तमपुर पंचायत के बाकी योजनाओं की भी होगी जांच : डीडीसी
पाकुड़ : सदर प्रखंड के नौरोत्तमपुर पंचायत के बनबिक्रमपुर में मंगलवार को जांच करने पहुंचे उपविकास आयुक्त मनीष कुमार तिवारी को भी कौशल्या कांति उर्फ भुआ के जमीन पर कोई भी कुआं नहीं मिला. उन्होंने इसे स्वीकार भी किया. जबकि बीडीओ शिवजी भगत ने मामले को भूल बताया और कहा कि भुआ का कुआं किसी दूसरे की जमीन पर कराया गया है. इस पर डीडीसी विफर पड़े और मामले की पूरी जानकारी मांगी. यदि दूसरे की जमीन पर भुआ के नाम से कुआं स्वीकृत हुआ है तो कहां है वो कुआं उसे दिखाये और कैसे दूसरे की जमीन पर भुआ का कुआं बना इसे स्पष्ट करे.
जमीन मालिक का नाम व उसका पूरा अभिलेख डीडीसी ने मांगा है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस योजना में स्थल चयन को लेकर ग्राम सभा के माध्यम से लिये गये निर्णय की कॉपी उपलब्ध कराते हुए पूरे पंचायत में बने कुआं की योजना संख्या सहित पूरे अभिलेख की जानकारी मुहैया कराये. गौरतलब हो कि भुआ की जमीन से हुए चोरी मामले को लेकर प्रभात खबर लगातार प्रमुखता पूर्वक खबरें प्रकाशित कर रही है जिसके बाद जिला प्रशासन रेस में आया और उपरोक्त मामले की जांच करायी गई. उपरोक्त मौके पर जिला परिषद उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला, प्रखंड विकास पदाधिकारी शिवजी भगत, उपमुखिया मो मोंताकिम सहित अन्य मौजूद थे.
अब भुआ के सपने भी होंगे साकार :उपविकास आयुक्त श्री तिवारी ने बीडीओ शिवजी भगत को भुआ के जमीन पर अविलंब कुआं बनाने का निर्देश दिया. जिस पर बीडीओ श्री भगत ने कहा कि अविलंब भुआ के जमीन पर कुआं बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. गौरतलब हो कि उपरोक्त पंचायत के बनबिक्रमपुर निवासी कौशल्या कांति उर्फ भुआ के नाम से योजना संख्या 12/15-16 के तहत तीन लाख 51 हजार 700 की लागत से कुआं बनाने की स्वीकृति दी गई थी. लेकिन भुआ की जमीन पर पदाधिकारी व बिचौलियों के माध्यम से कुआं नहीं बनाया गया था.
जिसका खुलासा तब हुआ जब उपरोक्त कुएं के एवज में प्राक्कलन राशि से भी अत्यधिक राशि की निकासी कर ली गयी. मामला सामने आते ही प्रशासन हरकत में आया और उपविकास आयुक्त मनीष कुमार तिवारी ने मंगलवार को उपरोक्त योजना की जांच की. जांच के बाद भुआ के जमीन पर कुंआ नहीं पाये जाने की स्थिति में उन्होंने बीडीओ को अविलंब भुआ के जमीन पर कुंआ बनाने का निर्देश दिया. बहरहाल उप विकास आयुक्त के निर्देश के बाद भुआ के सपना साकार होता नजर आ रहा है.
आखिर कैसे नहीं उड़ाई गई मनरेगा एक्ट की धज्जियां :पविकास आयुक्त मनीष कुमार तिवारी ने भी स्वीकार किया है कि मनरेगा एक्ट की अनदेखी भुआ के जमीन पर कुआं नहीं बनने के मामले में की गई है. उन्होंने कहा कि किसी एक योजना में किसी कारणवश गड़बड़ियां हो सकती है, हालांकि उपरोक्त मामले की बारीकी से जांच करने की उन्होंने बात कही. वहीं मनरेगा एक्ट की मानें तो किसी भी परिस्थिति में बिना ग्राम सभा कराये पहले तो योजना का चयन. इतना ही नहीं योजना चयन के पश्चात किसी कारणवश यदि योजना स्थल का परिवर्तन किया जाता है तो पुन: ग्राम सभा में उपरोक्त लिये गये निर्णय को अभिलेख में लगाया जाना है.
बीडीओ ने बताया भूलवश दूसरे की जमीन पर बन गया है
बीडीओ ने गुमराह करने का किया प्रयास
भुआ के जमीन से हुए कुआं चोरी मामले में सदर प्रखंड के बीडीओ द्वारा वरीय पदाधिकारी को गुमराह करने का प्रयास किया गया. उपरोक्त मामले के प्रकाश में आने के बाद पहले बीडीआे द्वारा यह बताया गया कि भुआ के जमीन पर कुएं का निर्माण नहीं हो कर किसी कारणवश उनके रिश्तेदार के जमीन पर कुंए का निर्माण करा दिया गया है. लेकिन जब मंगलवार को उपविकास आयुक्त मनीष कुमार तिवारी ने योजना स्थल पर पहुंच कर भुआ के जमीन पर कुंए की खोज शुरू की तो बीडीओ श्री भगत ने अपना बयान बदलते हुए फजलू शेख के जमीन पर बने कुएं को दिखाया.
सवाल यह उठता है कि शुरूआती दौर में मामला सामने आने पर बीडीओ द्वारा भुआ के जमीन पर कुआं नहीं बनने के मामले में वरीय पदाधिकारियों सहित मीडिया को यह बताया था कि उसके रिश्तेदार के जमीन पर गलती से कुएं का निर्माण करा दिया गया है, तो आखिर जांच के दौरान क्यों बीडीओ द्वारा बयान बदलते हुए उनके रिश्तेदार के जमीन पर नहीं बल्कि गांव के ही फजलू शेख के जमीन पर बने कुएं को दिखलाया गया? साफ है कि उपरोक्त पंचायत में मनरेगा योजना में हुए बड़ी गड़बड़ियाें की लीपापोती करने में अब भी प्रशासन जुटे हैं.
क्या कहते हैं डीडीसी
डीडीसी मनीष कुमार तिवारी ने कहा कि नौरोत्तमपुर पंचायत में बने सभी कुएं की जांच की जायेगी. वर्तमान में भुआ के जमीन पर कुआं नहीं बनाये जाने के मामले की जांच की गई है. उन्होंने कहा कि भुआ के जमीन पर कुआं नहीं बनाया गया है. इसके बदले में अन्यत्र स्थल पर कुंआ का निर्माण कराया गया है. मामले की जांच जारी है, जांच पूरा होने के पश्चात ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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