गिरिडीह मंडलकारा में छापा
गिरिडीह : गिरिडीह मंडल कारा में मंगलवार की दोपहर जिला प्रशासन व पुलिस महकमा के अधिकारियों ने छापामारी की है. इसमें बंदियों के पास से सात मोबाइल मिले हैं, जिसमें पांच मोबाइल में सीम कार्ड लगा हुआ है.
गिरिडीह के एसपी क्रांति कुमार गढ़िदेशि को यह सूचना मिली कि मंडलकारा के बंदियों के पास मोबाइल है और इससे ये बंदी बात करते हैं.
इसके बाद एसपी ने डीसी दीप्रवा लकड़ा से बात की. डीसी के निर्देश पर एक टीम गठित हुई, जिसने मंडलकारा में छापामारी की. अचानक छापामारी से यहां बंदियों में हड़कंप मच गया. बंदी जेल के अंदर ही इधर–उधर भागने लगे. बाद में अधिकारियों ने प्रत्येक वार्ड की जांच शुरू की. जांच के क्रम में विचाराधीन कैदी शकील अहमद के पास चार मोबाइल मिला.
वार्ड नंबर चार से भी दो मोबाइल बरामद किया गया. वहीं एक मोबाइल फेंका हुआ मिला. इस छापामारी के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं. एसडीओ संजय भगत ने कहा कि डीसी के निर्देश व एसपी के सूचना पर यह कार्रवाई की गयी है. कार्रवाई में मोबाइल मिला है. मामला गंभीर है. इस मामले की रिपोर्ट आला अधिकारियों तक की जायेगी.
ये थे टीम में : छापामारी करने वाली टीम में एसडीओ संजय कुमार भगत, एसडीपीओ अवधेश कुमार सिंह, डीएसपी आरिफ एकराम, इंस्पेक्टर शंकर दयाल पांडेय, इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह, नगर थाना प्रभारी रवींद्र कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना प्रभारी विमल नंदन सिन्हा व अनि बीके सिंह खास तौर से शामिल थे.
डीसी के निर्देश के बाद एसपी क्रांति कुमार ने काफी सावधानी से छापामार दल का गठन किया. दल के सदस्यों को सख्त हिदायत दे दी गयी थी कि सूचना किसी भी स्थिति में लीक न हो और अचानक छापामार टीम जेल पहुंच गयी. जेल कर्मियों को भी संभलने का कोई मौका नहीं दिया गया, जिससे इस बार प्रशासन सात मोबाइल जब्त करने में सफल रही.
जेल की सुरक्षा की खुली पोल
गिरिडीह जेल में 28 माओवादी समेत कई कुख्यात अपराधी भी बंद हैं. जिस तरह से मंगलवार को यहां भारी मात्र में मोबाइल मिला है इससे जेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.
एक साथ सात मोबाइल मिलना यह दर्शाता है कि बंदी जेल से ही बात करते थे. बताया जाता है कि इस मामले को लेकर गिरिडीह के डीसी व एसपी ने काफी सख्त रुख अख्तियार किया है. इसकी भी जांच की जा रही है कि मोबाइल बंदियों तक पहुंचा कैसे.