लोहरदगा : जिले में आन-बान एवं शान से रविवार को तिरंगा लहराया. मुख्य समारोह ललित नारायण स्टेडियम में आयोजित किया गया, जहां डीसी सुधांशु भूषण बरवार ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया.
डीसी ने कहा कि आज का यह हमारा दिन हमारे उन देशभक्तों एवं मनीषियों की देन है जिन्होंने अपने नि:स्वार्थ त्याग और बलिदान से हमें स्वतंत्रता दिलायी. उनके द्वारा 26 जनवरी 1930 के दिन संपूर्ण स्वराज्य दिवस की घोषणा की गई थी और यही कारण था कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारतीय गणतंत्र की घोषणा 26 जनवरी 1950 को की गयी. उन्होंने कहा कि जंगलों पहाड़ों की सुरम्य वादियों के बीच अवस्थित लोहरदगा का पर्याप्त विकास नहीं हो सका है.
यही सुविधा और विकास के क्षेत्र में हमें सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है. सार्थक प्रयास और आप सबों के सहयोग से हम इन कमियों को पूरा कर सकते हैं. जिला में आइआइटी, एएनएम प्रशिक्षण विद्यालय जैसे रोजगार परक संरचना तैयार तो हैं, किंतु उनका उपयोग विगत वर्षो में नहीं हो सका है. इस वर्ष महिला आइटीआइ एवं एएनएम प्रशिक्षण जैसे संस्थाओं को प्रारंभ करने की शुरूआत की जा रही है. सिंचाई सुविधाओं के लिए पुराने बारह उदवह सिंचाई योजनाओं को पुनर्जीवित किया जा रहा है. कोयल नदी के दोनों तरफ विद्युत आपूर्ति हेतु योजना तैयार है.
किसानों को सिंचाई के लिए पंप सेट दिया जा रहा है. मनरेगा के तहत सात लाख बेरासी हजार मानव दिवस का सृजन किया गया है. निर्मल भारत अभियान के तहत जिले के सभी किसानों को मनरेगा के साथ जोड़ा जा रहा है. ताकि प्रत्येक किसान के घरों में शौचालय की स्थापना हो सके. अभी तक जिला में छ हजार दो सौ पैतालीस शौचालयों का निर्माण प्रारंभ किया गया है.
जिले के एक हजार युवक -युवतियों को रोजगार परक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जायेगा. जिस पर पोच करोड़ रुपये व्यय होंगे. सेन्हा प्रखंड के बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए र्माकेट कॉम्पलेक्स का निर्माण कराया जायेगा. बड़ा तालाब का जीर्णोधार कराया जायेगा. जिला परिषद के द्वारा बीआरजीएफ योजना के अन्तर्गत 46 पंचायत सचिवालय, 251 आंगनबाड़ी भवन निर्माण, 161 सम्पर्क पथ एवं 59 पुल -पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है.
पीएमजीएसवाइ के तहत 50 सड़क का निर्माण कराया जा चुका है. उन्होंने कहा कि लोहरदगा जिला प्रगति के पथ पर अग्रसर है. और सबों के सहयोग से इसे मॉडल जिला बनाया जायेगा.