लोहरदगा : आजसू पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र कुमार दसौंधी ने कहा कि है कि निजी स्कूलों क ी मनमानी एवं दुकानदारी बंद होनी चाहिए. यदि सरकारी विद्यालयों में अच्छी शिक्षा व्यवस्था होती तो लोग निजी विद्यालय की ओर आकर्षित नहीं होते. प्राइवेट विद्यालय जहां शिक्षकों को 3-4 हजार रुपये देकर उनका शोषण करते हैं,
वहीं सरकारी विद्यालय में शिक्षकों को 40 हजार रुपये से ज्यादा मिलता है. निजी विद्यालय प्रत्येक वर्ष विभिन्न नामों से मोटी रकम वसूलते हैं. जबकि अभिभावक ऋण लेकर निजी विद्यालयों की मांग पूरी करते हैं. जब मांग पूरी नहीं हो पाती तो आत्महत्या करने की नौबत आ जाती है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. ताकि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने पाये.