भंडरा : भंडरा प्रखंड सिंचाई कूप निर्माण की जिम्मेवारी आदिवासी विकास समिति को दी गयी है, लेकिन समिति द्वारा न तो सामग्री की आपूर्ति की जा रही है और न ही मजदूरों को राशि भुगतान ही किया जा रहा है.
नतीजतन किसानों द्वारा कर्ज लेकर या जमीन बंधक रखकर किसी तरह कुआं का निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है. ताजा मामला भौंरो पंचायत के बिशेश्वर उरांव का है. उनका सिंचाई कूप आदिवासी विकास समिति द्वारा बनाया जा रहा है. कूप निर्माण की प्राक्कलन राशि तीन लाख, 51 हजार है.
विशेश्वर उरांव ने बताया कि कुआं 30 फीट गहरा है. अभी तक पत्थर 2000, ईंट 2000, और सीमेंट 14 बैग मिला है. इसके बाद का काम मैं अपना पैसा लगा कर करा रहा हूं. कुआं धंसने की स्थिति में है. कुआं का काम पूरा करने के लिए मैं अपना दो एकड़ जमीन किशोर साहू के पास बंधक रखा हूं. आदिवासी विकास समिति द्वारा कुअां निर्माण के लिए सामग्री की आपूर्ति नहीं की जा रही है.
आदिवासी विकास समिति भौरो का अध्यक्ष प्यारी उरांव, सचिव मड़वारी उरांव, कोषाध्याक्ष बसंत लोहरा है. इधर इस व्यवस्था से परेशान विशेश्वर उरांव की जमीन कैसे छूटेगी इस बात कि चिंता उसे अभी से सताने लगी है. इस व्यवस्था पर अब ग्रामीण सवाल उठाने लगे हैं. इस संबंध में बीडीओ रंजीता टोप्पो का कहना है कि आदिवासी विकास समिति के कोष में राशि की कमी है. दूसरी किस्त की राशि की मांग के लिए जिला को पत्र लिखा गया है.