अमित राज
कुडू (लोहरदगा) : मनरेगा में निबंधित मजदूरों का मजदूरी भुगतान, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, विकलांगता पेंशन, खाता खुलवाने, बाहर से राशि मंगाने के लिए बैंक का चक्कर लगाने से मुक्ति देने के लिए चार फरवरी को टाटी पंचायत सचिवालय में बायोमेट्रिक एटीएम से मजदूरी भुगतान प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया था, लेकिन उदघाटन के दूसरे दिन से ही प्रक्रिया ठप हो गयी.
नतीजतन मजदूरों को मजदूरी भुगतान के लिए पोस्ट ऑफिस का चक्कर काटना पड़ रहा है. वृद्धजनों को पेंशन के लिए घंटो बैंक में इंतजार करना पड़ रहा है. बैंक का लिंक फेल हो जाये तो भटकना पड़ रहा है.
क्या है बायोमेट्रिक एटीएम सिस्टम : बायोमेट्रिक एटीएम सिस्टम से खाताधारी मजदूर, पेंशनधारी, एटीएम में अंगूठा का निशान लगाते ही भुगतान प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी. मजदूर का बायोडाटा आने के बाद मजदूर घर बैठे राशि की निकासी कर सकता था. बैंक, पोस्ट ऑफिस के चक्कर लगाने, एक दिन काम बंद करने की जरूरत नहीं पड़ती, बायोमेट्रिक सिस्टम से बैकिंग सेवा हर घर-घर के दरवाजे तक पहुंचती.
प्रज्ञा केंद्र को मिला था काम, बैंक कर रहा था सहयोग : बायोमेट्रिक एटीएम से भुगतान समेत तमाम कार्य यूटीएल संस्था को मिला है. यूनाइटेड टेलीकॉम लिमिटेड ने प्रज्ञा केंद्र को काम सौंपा था. सभी केंद्रों में संचालक की नियुक्ति की गयी है.
44 हजार आठ सौ 52 मजदूरों को होता लाभ : प्रखंड के 14 पंचायतों मनरेगा के तहत 44 हजार आठ सौ 52 मजदूर निबंधित है. 14 पंचायतों में 14 प्रज्ञा केंद्र कार्यरत है. मजदूर को प्रज्ञा केंद्र में ऑनलाइन खाता बैंक ऑफ इंडिया, कुडू शाखा के द्वारा खोला जा रहा था. बायोमेट्रिक एटीएम सिस्टम के फ्लॉप होने से 44 हजार आठ सौ 52 मजदूर प्रभावित हुए हैं.