ग्रामीणों पर जबरन शव दफनाने का आरोप लगाते हुए थाने में दिया आवेदन
लातेहार : सदर प्रखंड की तरवाडीह पंचायत में एक दलित के शव को नहीं दफनाने का मामला प्रकाश में आया है. 27 अगस्त को गांव के स्व तरेंगन नायक की 12 वर्षीय पुत्री की मौत हो गयी थी. जब परिजन शव को लेकर तरवाडीह स्थित श्मशान घाट (गंड़ात की भूमि) पर पहुंचे तो गूरगू गांव निवासी नरेश यादव एवं उसके पिता ठुकुर यादव ने शव को दफनाने से रोका.
दोनों का कहना था कि यह जमीन रैयती है और वे इसे खरीद चुके हैं. इधर, शव दफनाने आये ग्रामीणों का कहना था कि यहां वर्षों से शव का दफनाया जाता है. इसके बाद किशोरी का शव वहां दफनाया गया.
इसके बाद नरेश यादव व ठुकुर यादव ने लातेहार थाना में ग्रामीणों पर जबरन उसकी जमीन में शव दफनाने का आवेदन दिया. जब ग्रामीणों को इस बात की जानकारी मिली तो मंगलवार को वे मुखिया जुलेश्वर लोहरा के नेतृत्व में थाना पहुंचे.
सदर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक रमेश कुमार सिंह ने थाना परिसर में ग्रामीणों के साथ बैठक कर मामले को शांत करने का प्रयास किया. थाना प्रभारी ने प्रभात खबर को बताया कि गड़ांत के आसपास कुछ रैयती जमीन है. उस जमीन का सीमांकन करा कर शेष जमीन पर पूर्व की तरह शव दफनाने का कार्य किया जायेगा. इस पर ग्रामीण सहमत हो गये. थाना पहुंचे ग्रामीणों में रामपति नायक, रघु नायक, सुंदर नायक, बुधन नायक, अनिल नायक, काली नायक, मोहित नायक आदि शामिल थे.