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टाइगर रिजर्व को बचाने का लिया संकल्प
दुर्भाग्य. संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय पलामू टाइगर रिजर्व की बदहाली से निराश सभी टाइगर रिजर्व आगे बढ़ गये, लेकिन पलामू टाइगर रिजर्व पिछड़ गया पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है बेतला : राज्य के संसदीय कार्य तथा खाद्य व आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि पलामू टाइगर रिजर्व मरणासन्न स्थिति में पहुंच […]
दुर्भाग्य. संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय पलामू टाइगर रिजर्व की बदहाली से निराश
सभी टाइगर रिजर्व आगे बढ़ गये, लेकिन पलामू टाइगर रिजर्व पिछड़ गया
पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है
बेतला : राज्य के संसदीय कार्य तथा खाद्य व आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि पलामू टाइगर रिजर्व मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया है. लंबे समय से इसके संरक्षण पर ध्यान नहीं दिये जाने के कारण यह स्थिति बनी है. 1973 में देश में नौ टाइगर रिजर्व बने, जिसमें पलामू टाइगर रिजर्व भी एक है.
बाकी सभी टाइगर रिजर्व आगे बढ़ गये, लेकिन पलामू टाइगर रिजर्व पिछड़ गया. यहां जो काम होना चाहिए था, वह नहीं हुआ. आश्चर्य की बात यह है कि टाइगर प्रोजेक्ट के गठन के 50 वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी यह अस्थायी डिवीजन के रूप में काम कर रहा है. फंड के लिए प्रत्येक वर्ष दौड़ लगानी पड़ती है. इसे स्थायी होना चाहिए था. श्री राय बेतला में गुरुवार की सुबह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने इससे पहले पलामू टाइगर रिजर्व के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. साथ ही उन्होंने बेतला पार्क का भी अवलोकन किया. श्री राय ने कहा कि यहां की स्थिति देखकर उन्हें काफी निराशा हुई है. यहां पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हुई है. ग्रामीणों का दबाव वन पर है, वन क्षेत्र में जो गांव हैं, उन्हें विस्थापित नहीं किया गया है.
मौके पर मनिका विधायक हरिकृष्ण सिंह,आरसीसीएफ सह पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक मनोज सिंह, कोर एरिया के डीएफओ अनिल कुमार मिश्रा, बफर एरिया के डीएफओ महालिंग, रेंजर नथुनी सिंह, सीओ राकेश सहाय मौजूद थे.
पलामू टाइगर रिजर्व को बचाने का लिया संकल्प
समीक्षा के बाद मंत्री श्री राय ने राज्य के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर, मनिका विधायक हरिकृष्ण सिंह के साथ संकल्प लिया है कि पलामू टाइगर रिजर्व व बेतला नेशनल पार्क को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जायेगा. लातेहार जिला के प्रभारी मंत्री होने के कारण उनकी भी बेतला को बचाने की जिम्मेवारी है. इसके लिए विभाग के पदाधिकारियों से सुझाव लिया जायेगा.
एक स्टेयरिंग कमेटी बनायी जायेगी. इस बाबत राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी बातकर बेतला व पलामू टाइगर रिजर्व को बेहतर स्थिति में लाने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकार व समाज दोनों मिलकर इस धरोहर को बचाने का प्रयास करेंगे. सरकारी तरीके से यदि धन उपलब्ध नहीं हो सकेगा, तो गैर सरकारी तरीके से भी धन जुटाने का प्रयास किया जायेगा. लोगों से इस गौरव को बचाने के लिए धन का सहयोग करने की अपील की जायेगी. टीम में पदाधिकारियों को भी शामिल किया जायेगा.
कर्मियों की बहाली की जायेगी
मंत्री श्री राय ने कहा कि वन विभाग में कर्मियों की कमी के कारण मॉनीटरिंग में परेशानी है, इसके लिए जल्द ही खाली जगहों को भरा जायेगा. इकोटूरिज्म को बढ़वा दिया जायेगा.
जनजागरूकता लाने का प्रयास किया जायेगा, ताकि इसे बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि बेतला नेशनल पार्क की पहचान देश-दुनिया में है. अन्य जगहों में वन जीवों का अभाव हो गया है, लेकिन आज भी इस क्षेत्र में जानवर हैं, यह हर्ष का विषय है. मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने रख-रखाव के लिए ठोस पहल नहीं की. सिर्फ रूटीन की तरह काम किया. इस कारण बेतला की ऐसी स्थिति बनी.
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