– आशीष टैगोर –
दो जवान बेट खो दिये. जीवन का सहारा छिन गया. पर दंपती ने हौसला नहीं खोया. प्रशिक्षण संस्था खोली और निकल पड़े आत्मनिर्भरता की डगर पर.
लातेहार : शहर के धर्मपुर में एक दंपती रहता है. पति का नाम है संजय मिश्र व पत्नी हैं उर्मिला मिश्र. सड़क दुर्घटना में दंपती ने दो जवान बेटों को खो दिया था. इसके बाद उनकी दुनिया वीरान सी हो गयी थी. उनकी दो बच्चियां भी हैं. कहते हैं वक्त बहुत बड़ा मरहम होता है. धीरे–धीरे उर्मिला मिश्र अपने आप को व्यस्त रखने लगीं.
विभिन्न आयोजनों एवं सामाजिक कार्यो में भाग लेना शुरू किया. बाद में इन्होंने एवं इनके पति ने प्रेमशील सेवा नामक एक गैर सरकारी संस्था का गठन किया. आज यह संस्था क्षेत्र की बेरोजगार एवं शिक्षित महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा है.
संस्था द्वारा घरेलू व रसोई उत्पाद बनाना सिखाया जा रहा है. महिलाओं को अचार, आलू पापड़ एवं मसाला बनाने की विधि बतायी जा रही है. महिलाएं इसका खासा लाभ ले रही हैं. संस्था से जुड़ कर कई महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं.