हेरहंज : प्रखंड के विभिन्न गांवों में मनरेगा योजना के तहत 2017-18 में बनाये जा रहे गाय, सूअर व बकरी शेड का निर्माण दो वर्ष बीतने के बाद भी नहीं बन पाया है. इससे किसानों व अन्य लाभुकों में निराशा व्याप्त है. लाभुक खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं. इस संबंध में बीडीओ श्रवण राम ने पूर्व में ही कहा था कि अभी मेटेरियल का पैसा नहीं आया है, जैसे ही पैसा आ जायेगा, सभी शेड लाभुकों को भुगतान किया जायेगा.
एक माह गुजरने के बाद भी अब तक पैसे का कोई अता-पता नहीं है. इससे लाभुक परेशान है. आधे निर्माण में ही वे लोग कर्ज में डूब गये है. अब समस्या यह है कि पहले कर्ज चुकाये या आगे का निर्माण करें. योजना मिलने के बाद भी उनके पशु खुले में रहने को विवश हैं. कई लोगों ने कहा कि सरकार ऐसी योजना ही क्यूं देती है, जिस पर पैसा खर्च नहीं होता. सरकार की यह योजना पूरी तरह विफल है.