चंदवा : क्षेत्रीय सांसद इंदर सिंह नामधारी ने कहा कि भले लोगों का भगवान भला करते हैं. यज्ञ की महिमा अपार है. बनहरदी गांव को प्रकृति ने सब कुछ दिया है. लोग जागरूक हों, तभी सर्वागीण विकास हो पायेगा. श्री नामधारी शनिवार को यज्ञ समिति बनहरदी के आमंत्रण पर यज्ञ स्थल पहुंचे थे.
उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि साधु का काम विश्व कल्याण के लिए कार्य क रना है. एक बार किये गये यज्ञ से सदियों तक पवित्रता बरकरार रहती है. उन्होंने समाज में व्याप्त दहेज, महिला हिंसा, नशा मद्य पान, अंधविश्वास, अशिक्षा को मिटाने का आह्वान किया.
श्री नामधारी ने यज्ञ प्रेरक श्री श्री रघुनाथ दास जी रामायणी उर्फ सूरदास बाबा को पुरुषार्थी बतलाया. कहा कि अब साधु सन्यासी ही समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटा सकते हैं. नेता भ्रष्टाचार की दलदल में फंसे हैं. इनसे ईमानदारी की आशा करना व्यर्थ है.
पूजा के बाद यज्ञ मंडप की परिक्रमा : सांसद नामधारी का एनएच-75 स्थित सिकनी गांव के सामने यज्ञ समिति के महेंद्र वैद्य, संतन यादव, रमेश उरांव समेत युवकों ने स्वागत किया. पुरोहित पं. बजरुन देव जी महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चर के साथ सांसद श्री नामधारी को संकल्प कराया. रक्षा सूत्र बांधा. इसके बाद श्री नामधारी समेत लोगों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की. प्रसाद ग्रहण किया. यज्ञ परिसर का जायजा लिया. ग्रामीणों को शुभकामनाएं दी.
विवाह मंडप के लिए राशि दी : सांसद श्री नामधारी ने यज्ञ समिति के बानेश्वर यादव, देवमणि वैद्य, नंद किशोर यादव, संतन यादव, महेंद्र वैद्य व ग्रामीणों के आग्रह पर ग्राम देवी मंडप बनहरदी के समीप विवाह मंडप निर्माण के लिएअपने कोटे से पांच लाख रुपये देने की घोषणा की.
इसके पूर्व मंच पर श्री नामधारी को राम नाम की चुनरी भेंट किया. श्री नामधारी ने 26 मई को कलश यात्रा में शामिल नहीं हो पाने पर खेद जताया. बनहरदी से लातेहार को जोड़ने वाली सड़क के जीर्णोद्धार को लेकर श्री नामधारी गंभीर दिखे.
यज्ञ का ध्येय मन की पवित्रता : श्री श्री रघुनाथ दास : यज्ञ प्रेरक श्री श्री रघुनाथ दास जी रामायणी उर्फ सूरदास बाबा ने कहा कि यज्ञ का ध्येय मन की पवित्रता है. विश्व कल्याण व प्राणियों के मंगल मय जीवन के लिए यज्ञ व हवन जरूरी है. मन की बुराइयों को त्यागने का संकल्प लें. यज्ञ का यह मूल मंत्र है.
ज्ञात हो कि आचार्य सूरदास हैं. रविवार 26 मई को जल यात्रा के साथ यज्ञ का शुभारंभ किया गया था. मंगलवार चार जून को पूर्णाहुति के साथ यज्ञ संपन्न हो जायेगा. आचार्य पं. नरेश्वर वैद्य के अलावा मुखिया संगीता कच्छप, रामेश्वर उरांव, राम केवल उरांव व ग्रामीणों द्वारा यज्ञ का संचालन किया जा रहा है. रामलीला व रासलीला के अलावा प्रवचन जारी है. पूर्णाहुति के पश्चात भंडारा का आयोजन किया गया है.