चंदवा : होटल संचालक सह ईंट भट्ठा व्यवसायी नरेश प्रसाद (35) का शव बुधवार को सलक्ष्बनवा रेलवे स्टेशन से चंदवा स्थित कुम्हार टोली उनके घर लाया गया. शव के यहां लाते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. पत्नी व बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल था. देवनद तट पर नरेश का अंतिम संस्कार किया गया. पिता शिबन साव ने मुखाग्नि दी.
गौरतलब है कि छह अप्रैल को झारखंड संघर्ष जन मुक्ति मोरचा के उग्रवादियों ने नरेश प्रसाद की चेतर गांव में गोली मार कर हत्या कर दी थी. शव को मालगाड़ी की बॉक्स बोगी में डाल दिया था. सूचना के बाद पुलिस ने सलक्ष्बनवा रेलवे स्टेशन में मालगाड़ी की बोगी से शव बरामद किया. थानेदार मिथिलेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के भाई ने मामला दर्ज कराया है. पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है. नरेश की पत्नी व तीन बच्चे हैं.