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चैत्र नवरात्र आज से, तैयारी पूरी
रामनवमी पांच अप्रैल को, महावीरी झंडों से पटे शहर व बाजार कोडरमा : हिंदुओं का पवित्र चैत्र नवरात्र बुधवार को कलश स्थापना के साथ शुरू होगा. नवरात्र को लेकर विभिन्न मंदिरों में जहां कलश स्थापना की जायेगी, वहीं लोग अपने घरों में भी कलश स्थापना कर मां भगवती की पूजा-अर्चना करेंगे. नवरात्र को लेकर पूरा […]
रामनवमी पांच अप्रैल को, महावीरी झंडों से पटे शहर व बाजार
कोडरमा : हिंदुओं का पवित्र चैत्र नवरात्र बुधवार को कलश स्थापना के साथ शुरू होगा. नवरात्र को लेकर विभिन्न मंदिरों में जहां कलश स्थापना की जायेगी, वहीं लोग अपने घरों में भी कलश स्थापना कर मां भगवती की पूजा-अर्चना करेंगे. नवरात्र को लेकर पूरा जिला भक्ति के माहौल में डूब गया है. त्योहार को लेकर बाजार में रौनक बढ़ गयी है, तो पूजन सामग्री की दुकानों से लेकर फल की दुकानों में भीड़ दिख रही है. नौ दिनों तक रहने वाला नवरात्र इस बार आठ दिन का ही होगा. बुधवार को कलश स्थापना के साथ नवरात्र की शुरुआत होगी, तो इसी दिन प्रतिपदा के उपरांत द्वितीया भी प्रवेश कर जायेगा.
मां जगदंबा के भक्त 29 मार्च को देवी शैलपुत्री व ब्रह्मचारिणी की आराधना एक साथ करेंगे. इधर, रामनवमी पांच अप्रैल को मनाया जायेगा. नवरात्र के पहले दिन से ही हिंदू नवसंवत्सर की भी शुरुआत होती है.
ऐसे में इस दिन को लेकर विशेष तैयारी की जाती है. तिलैया के प्रसिद्ध यज्ञाचार्य वरुण पांडेय ने बताया कि प्रतिपदा के बाद द्वितीया का प्रवेश होने के कारण इस दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है. बुधवार को सुबह 6:45 बजे तक लोग कलश स्थापना कर सकते हैं. इसके बाद 11:35 से 12:23 तक अभिजीत मुहूर्त है. बताया कि नवरात्र के दिनों में आदि शक्ति मां दुर्गा, गौरी की पूजा-अर्चना पुण्य देने के साथ विशेष फलदायी होता है. महानवमी पुक्ष नक्षत्र के कर्क लगन में मनाया जाता है.
वर्ष प्रतिपदा उत्सव आज: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने नववर्ष प्रतिपदा 2074 को लेकर बुधवार की शाम पांच बजे से उत्सव मनाने का निर्णय लिया है. नगर कार्यवाहक दिलीप सिंह ने बताया कि बुधवार की सुबह आठ बजे शिव-तारा सरस्वती विद्या मंदिर से प्रभातफेरी निकली जायेगी, जो पूरे शहर का भ्रमण करते हुए झंडा चौक पर मिठाई वितरण के साथ समाप्त होगी. बताया कि इसी दिन शाम पांच बजे से अड्डी बंगला दुर्गा मंडप में बौद्धिक कार्यक्रम किया जायेगा. सिंह ने सभी हिंदू परिवारों सेआग्रह किया है कि वे अपने अपने घरों में दीप जला कर नववर्ष का स्वागत करें. संध्या के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रवीण दुबे, प्रांत सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख उपस्थित रहेंगे.
नहाय-खाय 31 मार्च को, संधि बलि चार अप्रैल को
वरुण पांडेय ने बताया कि इस बार चैती छठ को लेकर नहाय-खाय 31 मार्च को किया जायेगा. इसके बाद एक अप्रैल की शाम को छठव्रती खरना करेंगी, दो अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य व तीन अप्रैल को उदयगामी सूर्य को अर्घ्य के साथ चैती छठ का समापन होगा. उन्होंने बताया कि संधि बली चार मार्च को होगी. संधि बली का समय दोपहर में 2:30 बजे से 3:30 बजे तक है.
वसंत नवरात्र का संकल्प समारोह संपन्न
इधर, गायत्री शक्ति पीठ के प्रांगण में मंगलवार को वसंत नवरात्र का संकल्प समारोह संपन्न हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत परिव्राजक नकुलदेव प्रसाद ने गुरु वंदना व मातृ वंदना से की. उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने कर्मों का फल भोगता है, सुख व दुख दोनों ईश्वर का प्रसाद है, हमें धैर्य पूर्वक उसका सम्मान करना चाहिए. दुख में भी सुख खोजने का प्रयास करना चाहिए.
कलश पूजन, मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अर्जुन राणा ने किया. इसमें 11 दंपत्ति शामिल हुए. पांच अप्रैल को कार्यक्रम का समापन पूर्णाहुति के साथ होगा. जबकि तीन अप्रैल की संध्या पहर महाआरती होगी.
इसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता शामिल होंगी. संचालन राजेंद्र मिष्टकार व धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्टी केदार विश्वकर्मा ने किया. मौके पर 500 लोगों ने 24 हजार मंत्र जाप करने का संकल्प लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में महेंद्र मोदी, मृत्युंजय, राजेश कुमार, नवरंग राम, विद्यापति अस्थाना, सुधीश चंद्र वैध, विकास मोदी, कौशल्या चौधरी, राधा देवी, उर्मिला देवी, विमला देवी, मीना देवी, दमयंती देवी समेत भारी संख्या में गायत्री परिवार के लोग मौजूद थे.
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