कोडरमा बाजार : जिले में अवैध अंग्रेजी शराब के गोरखधंधे पर राजनीति भी गरमाती नजर आ रही है. कोडरमा में मुख्य विपक्षी दल राजद ने इस मुद्दे पर झारखंड सरकार को निशाने पर लिया है.
शुक्रवार को आयोजित कोडरमा प्रखंड कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद पूर्व मंत्री सह राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने पूरे मुद्दे पर सवाल खड़े किये. उन्होंने कहा कि जिला में राजनीतिक संरक्षण में शराब का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है. उन्होंने कहा कि 80 के दशक के समय जिस तरह से कोडरमा जिला में असामाजिक तत्वों का बोलबाला था, वही दिन आज देखने को मिल रहा है. एक समय में कोडरमा जिला को लोग अभ्रक नगरी के नाम से जानते थे, लेकिन आज जिला अपराध की नगरी के नाम से जाना जाने लगा है.
इसका सबसे बड़ा कारण माफियाओं व अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलना है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग बिहार को जंगल राज का दर्जा दिया करते हैं, लेकिन बिहार सरकार ने तिलैया में शराब के ठिकानों पर छापामारी कर साबित किया है कि जंगल राज बिहार में नहीं, झारखंड में है. प्रखंड अध्यक्ष चंद्रदेव यादव की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में पूर्व मंत्री ने कार्यकर्ताओं को नववर्ष की शुभकामना दी और कहा कि कार्यकर्ता संगठन का रीढ़ होते हैं. मौके पैक्स कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाये गये. नोटबंदी व कैशलेस व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि गांवों में आज भी दो वक्त की रोटी मजदूरी कर के खाते हैं और वैसे लोगों के साथ सरकार कैशलेस की बात करती है.
कृषि प्रधान इस देश में 70 फीसदी लोग गांवों में रहते हैं. सम्मेलन में राजद के जिला अध्यक्ष अनवारुल हक, जिला प्रवक्ता सुदर्शन यादव, दलित प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रामचन्द्र राम, राजकुमार यादव, सुरेन्द्र यादव, बसंती देवी, बासुदेव यादव, रहमत अली, रमेश यादव, महेश यादव, बिनोद मंडल, मनोज रजक, युवा अध्यक्ष सुरेन्द्र यादव, किशुन सिंह, द्वारिका यादव, पप्पू यादव, रामविलाश यादव, राजू राम, सोहेल अंसारी, ब्रह्मदेव शर्मा, राम बच्चन यादव, दिलीप शर्मा, दीपक राणा, बहादुर यादव, लीलावती देवी, मीणा देवी, सुबोध यादव, महावीर यादव, कन्हाई यादव, महेश यादव, महेंद्र यादव, धनेश्वर साव, बीरेन्द्र राणा, मुरली राणा, झमन दास, रामचन्द्र यादव, अर्जुन यादव, सदानंद यादव आदि उपस्थित थे. सम्मेलन के दौरान कई लोगों ने दूसरे दल छोड़ राजद की सदस्यता ग्रहण की. कार्यक्रम का संचालन विजय यादव ने किया.