– परवेज आलम –
हजारीबाग : व्यवहार न्यायालय एवं बार एसोसिएशन हजारीबाग के लिए वर्ष 2013 उपलब्धियों के लिए याद किया जायेगा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से व्यवहार न्यायालय परिसर में इस वर्ष दो मेगा लोक अदालत, एक राष्ट्रीय लोक अदालत के अलावे प्रत्येक माह लगने वाले लोक अदालत, स्थायी लोक अदालत, परामर्श केंद्र के प्रयास से विभिन्न प्रकार के लगभग छह हजार से अधिक मुकदमों का निपटारा किया गया.
इस दौरान कई करोड़ रुपये की वसूली भी अमल में आयी. प्राधिकार के सचिव सब जज ऋषिकेष प्रसाद ने बताया कि हजारीबाग जिले में लोक अदालत का प्रचार-प्रसाद बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. यही कारण है कि यहां लोक अदालतों व मेघा लोक अदालतों में मुकदमों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
जानकारी के मुताबिक इस वर्ष लगे दो मेगा लोक अदालत में लगभग दो हजार मुकदमें सलटाये गये. जबकि एक राष्ट्रीय लोक अदालत में 3122 मुकदमों का निपटारा हुआ है. प्रत्येक माह लगनेवाले लोक अदालत से इस वर्ष 500 मामले सलटाये गये.
स्थायी लोक अदालत एवं परामर्श केंद्र में भी सैकड़ों मामलों का निपटारा किया गया. प्राधिकार की ओर से सभी प्रखंडों में प्रत्येक माह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. समय-समय पर स्कूल, कॉलेजों, त्योहार व मेला के अवसर पर भी लोगों को कानून की जानकारी दी गयी.
वहीं हजारीबाग बार एसोसिएशन के लिए भी वर्ष 2013 उपलब्धियों से भरा रहा. वर्तमान कमेटी ने बार एवं उनके सदस्य अधिवक्ताओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की. बार एसोसिएशन के सचिव अधिवक्ता राजकुमार राजू ने संघ के अधिवक्ताओं को नववर्ष की शुभकामना दी. पहली बार कमेटी की ओर से सभी सदस्य एवं अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन द्वारा डायरी उपलब्ध कराया गया है.
कहा कि पूर्व की कमेटी के द्वारा अधिवक्ता कल्याण के मद में कई परिवर्तन किये गये हैं. अधिवक्ताओं की मृत्यु पर आश्रितों को एक लाख का सहायता प्रदान किया जाता है. वहीं वार्षिक त्योहारों के मौके पर अधिवक्ताओं को चार हजार रुपये का भुगतान किया जाता है. यशवंत सिन्हा विधि भवन ऊपरी तल्ले का निर्माण हुआ. केंद्रीय हॉल के फर्स का जीर्णोद्वार किया गया. अधिवक्ताओं के लिए कैंटीन, शुद्ध पेयजल के लिए वाटर कुलर एवं प्यूरीफायर लगाया गया. संघ के कामों को पारदर्शी बनाया गया है.