कोडरमा बाजार : चंदवारा स्थित पिपराडीह स्टेशन से ट्रेन के माध्यम से भारी मात्रा में धान आंध्र प्रदेश भेजे जाने के मामले में गुरुवार को कागजात की जांच हुई. बुधवार को जिले के किसानों का धान बिचौलिये द्वारा खरीद कर ट्रेन के माध्यम से भेजे जाने की शिकायत पर एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार ने रैक प्वाइंट पर जाकर जांच की थी.
गुरुवार को कागजात की जांच की. रैंक प्वाइंट पर जांच के बाद एसडीओ ने बताया था कि पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर पाया गया धान कोडरमा जिले का नहीं, बल्कि बिहार जिले के रजौली निवासी नवदुर्गा एग्रोटेक राइस मिल के विनय कुमार का है. गुरुवार को रजौली निवासी विनय कुमार धान से संबंधित कागजात को लेकर एसडीओ कार्यालय पहुंचे और कागजात एसडीओ का सौंपा. एसडीओ द्वारा पूछताछ के दौरान विनय कुमार ने बताया कि वह नवदुर्गा एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक और राइस मिल मालिक है. धान का व्यवसाय वह पिछले कई वर्षों से कर रहा है और प्रत्येक वर्ष धान की खरीद कर दूसरे प्रदेश में धान बेचने का काम करता है. उसने यह भी कहा कि पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर लगभग दो हजार टन धान आंध्र प्रदेश के पट्टाभि एग्रोफूड प्राइवेट लिमिटेड को भेजने के लिए रखा गया था.
विनय के मुताबिक उक्त धान नवादा जिले के रजौली, वारसलीगंज, गोविंदपुर, अकबरपुर, फतेहपुर, सिरदल्ला आदि क्षेत्रों के किसानों से खरीदा गया है. विनय ने एसडीओ को अपनी कंपनी राइस मिल, ट्रेन के बुकिंग के कागजात व आंध्र प्रदेश के उक्त कंपनी के द्वारा मिले ऑर्डर आदि का कागजातप्रस्तुत किया.