Advertisement
आज भी उपेक्षित है चंचाल धाम
मरकच्चो : डगरनवां पंचायत अंतर्गत बियावान जंगल में ऊंचे पहाड़ पर स्थित मां चंचला धाम मंदिर प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार हो रहा है, जबिक नवरात्रा पर यहां जिले के अलावा दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, ओड़िशा व अन्य राज्यों के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. दूसरी ओर यहां पर्याप्त सुविधा नहीं होने पर श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत हो […]
मरकच्चो : डगरनवां पंचायत अंतर्गत बियावान जंगल में ऊंचे पहाड़ पर स्थित मां चंचला धाम मंदिर प्रशासनिक उपेक्षाओं का शिकार हो रहा है, जबिक नवरात्रा पर यहां जिले के अलावा दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, ओड़िशा व अन्य राज्यों के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. दूसरी ओर यहां पर्याप्त सुविधा नहीं होने पर श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत हो रही है़ मंगलवार को भारी संख्या में श्रद्धालु चंचाल धाम में पूजा के लिए पहुंचे.
यहां सोलर लाइट व बिजली की व्यवस्था तो है, पर पीने के पानी की सुविधा नहीं है़ धाम के आस-पास दो चापानल लगे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह कम है. धाम के आस पास स्नान ध्यान करने के लिए पिछले कई वर्षों से कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
पूर्व में श्रद्धालु जिस तालाब में स्नान कर पूजा को जाते थे, पिछले वर्ष आयी बाढ़ में तालाब टूट कर मैदान बन गया है. धाम के पुजारी छोटू पांडेय के आग्रह पर विकास समिति के द्वारा फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए जेसीबी से वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर गड्ढा खोदा गया है़ उसके पानी से लोग किसी तरह स्नान तो कर रहे हैं, लेकिन पानी गंदा होने के कारण दिक्कत हो रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement