विकाश
प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं की धड़कनें तेज
कोडरमा : लोकसभा चुनाव को लेकर पिछले दो माह से चली आ रही अटकलें आज खत्म हो जायेगा. कोडरमा संसदीय क्षेत्र पर किसका राज होगा, इसका फैसला आज होगा. मतगणना को लेकर प्रत्याशियों व पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं के दिल की धड़कनें तेज हो गयी हैं. कोडरमा लोकसभा चुनाव की मतगणना गिरिडीह में होगी. ऐसे में प्रमुख दलों के प्रत्याशी एक दिन पूर्व से ही वहां डेरा डाल हुए हैं.
हालांकि, जीत हार को लेकर सभी के अपने-अपने दावे हैं. वहीं शहर के बाजार से लेकर गांव की गलियों तक में चुनाव परिणाम की ही चर्चा है. लोग मतदान के दिन से ही जीत-हार का कयास लगा रहे हैं.
बात जो भी हो, पर कोडरमा का परिणाम दूरगामी असर वाला होगा. यहां से खड़े 20 प्रत्याशियों में से जीत तो एक ही की होगी, लेकिन इस बार टक्कर जबरदस्त है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय भी यहां से उम्मीदवार हैं. वहीं भाकपा माले के प्रत्याशी राजकुमार यादव पहले चुनाव में पटकनी खा चुके हैं, लेकिन इस बार उनकी स्थिति मजबूत बतायी जाती है.
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें, तो इस बार मुख्य मुकाबला रवींद्र राय व राजकुमार यादव के बीच होगा. हालांकि झाविमो के प्रणव वर्मा त्रिकोणीय मुकाबला बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इन सबके बीच कांग्रेस की हालत कुछ ठीक नहीं है. वहीं अन्य दलों में झाविद के केंद्रीय अध्यक्ष सूरज मंडल भी यहीं से प्रत्याशी हैं. ऐसे में उनको कितना समर्थन मिलेगा, यह भी देखना रोचक होगा.
विधायकों की प्रतिष्ठा दावं पर : इस बार लोकसभा चुनाव में छह विधानसभा के विधायकों की प्रतिष्ठा भी दावं पर है. हर विधानसभा में अलग-अलग दल के विधायक हैं. कोडरमा में राजद की अन्नपूर्णा देवी का साथ कांग्रेस को कितना मिला और गांडेय से कांग्रेस के विधायक सरफराज अहमद कितना मत दिला कसे यह भी देखना होगा. वहीं बरकट्ठा में भाजपा के अमित यादव कितने को समझा सके यह भी तसवीर सामने आयेगी. वहीं बगोदर में भाकपा माले के विनोद सिंह राजकुमार को कितना मजबूत बना सके यह भी स्पष्ट होगा. धनवार में झाविमो से जीते निजामुद्दीन अंसारी ने निर्दलीय कंचन कुमारी को लड़ाया, तो झाविमो के प्रणव वर्मा के लिए जमुआ से विधायक चंद्रिका महथा कितना कर पाये, यह भी देखना दिलचस्प होगा.