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कोडरमा : जरूरत 65 मेगावाट, मिल रहा 40 ही
गर्मी शुरू होते कोडरमा जिले की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. गर्मी में शाम होते विभाग के 11 सब स्टेशनों में ओवरलोडिंग की समस्या हो रही है. स्थिति यह है कि शाम होते बिजली की आंख-मिचौनी शुरू हो जाती है. विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता दिनेश सिंह के अनुसार जिले में 65 एमबीए बिजली की […]
गर्मी शुरू होते कोडरमा जिले की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी है. गर्मी में शाम होते विभाग के 11 सब स्टेशनों में ओवरलोडिंग की समस्या हो रही है. स्थिति यह है कि शाम होते बिजली की आंख-मिचौनी शुरू हो जाती है.
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता दिनेश सिंह के अनुसार जिले में 65 एमबीए बिजली की जरूरत है, लेकिन डीवीसी से 40 एमबीए बिजली मिल रही है. इससे जिले के 72 हजार उपभोक्ताओं का काम चलाना पड़ रहा है. गर्मी में लोड बढ़ने से बिजली सप्लाई में थोड़ी परेशानी आ रही है.
उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल तक कोडरमा थर्मल पावर प्लांट बांझेडीह से गोशाला रोड स्थित पावर सब स्टेशन में बिजली लाने के लिए पोल व तार लगाने का काम पूरा कर लिया जायेगा. इसके उपरांत मई माह तक 25 एमबीए विद्युत की बढ़ोतरी होगी. इससे ओवरलोड की समस्या से जिलेवासियों को राहत मिलेगी. फिलहाल विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में 12 से 15 घंटा विद्युत आपूर्ति हो रही है, जबकि ग्रामीण इलाकों में मात्र 10 से 12 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो रही है.
विभाग के अनुसार, गर्मी में बढ़ती लोड को देखते हुए तीन से चार घंटा लोड शेडिंग की जा रही है. इधर, बिजली की आंख-मिचौनी से भीषण गर्मी में लोगों का जीना दूभर हो गया है. पीएचइडी द्वारा अधिकतर पेयजलापूर्ति नहीं होने से विद्युत विभाग को जिम्मेदार ठहराया जाता है. शहर में पिछले तीन-चार दिनों से कई इलाकों में जलापूर्ति बाधित है.
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