कोडरमाः झुमरीतिलैया शहर सहित पूरे कोडरमा जिले में लोग अनियमित विद्युत आपूर्ति से परेशान हैं. जिले को 24 घंटे में औसतन 12 से 14 घंटे ही बिजली मिल पा रही है. दिन भर बिजली की आंख मिचौनी जारी रहती है. बिजली की इस दयनीय स्थिति से आम लोग, व्यवसायी व विद्यार्थी खासे परेशान हैं. बिजली के अभाव में लोग पंखा, कूलर या एसी का मजा नहीं ले पा रहे हैं. पसीने से तर-बतर घुट-घुट कर जीने को मजबूर हैं. पारा लगातार चढ़ रहा है, तो पावर कट रुला रहा है.
पठन-पाठन व व्यवसाय प्रभावित : अनियमित विद्युत आपूर्ति का सबसे अधिक खामियाजा विद्यार्थियों व व्यवसायियों को भुगतना पड़ रहा है. सुबह-शाम व रात में बिजली गायब रहती है. इस कारण विद्यार्थियों का पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. वहीं बिजली नहीं रहने का असर व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. कारोबार प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों, बैंकों व शिक्षण संस्थानों का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. बिजली नहीं रहने के कारण जलापूर्ति भी बाधित हो रही है.
क्यों होती है अनियमित विद्युत आपूर्ति : बिजली के तार पुराने व जजर्र हो चुके हैं. हल्की सी हवा चली नहीं कि तार टूट जाते हैं. वहीं ट्रांसफारमर पर अत्यधिक लोड होने के कारण जंपर उड़ने से भी बिजली बाधित होती है. इसके अलावा डीवीसी द्वारा भी जब-तब लोड शेडिंग कर दी जाती है.
मौसमी फलों की मांग बढ़ी : पारा चढ़ने के साथ ही शहर में कुछ चीजों की मांग में गजब का इजाफा हुआ है. चाहे देसी फ्रिज (घड़ा) की बात करें या रसदार फलों की. मिट्टी के घड़े बाजार में 50 से 150 रुपये तक बिक रहे हैं. वहीं तरबूज, खीरा समेत अन्य मौसमी फलों की मांग बढ़ गयी है. तरबूज 15-20 रुपये किलो बिक रहा है. फलों का राजा आम भी बाजार में 40 से लेकर 100 रुपये किलो तक उपलब्ध है. फलों के जूस व कोल्ड ड्रिंक की मांग बढ़ गयी है.