बाजार में चाइनीज सामान के बहिष्कार की लहर के बाद दीपावली के मौके पर अपने घरों को आकर्षक ढंग से सजाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स लाइट की खरीदारी हर वर्ष की अपेक्षा काफी कम दिखी. घर की सजावट को लेकर बाजार में खरीदारी करने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. कहीं दीया, बाती तो कहीं घरौंदा और मिट्टी के खिलौने खरीदने में लोग लगे रहे.
वहीं दीवाली में लक्ष्मी गणेश के पूजा के लिए भगवान की मूर्ति, पूजा का सामान, बही खाता की बिक्री भी परवान पर रही. वहीं सात रंग का भूंजा, धान का लावा, गेहूं, चना, बादाम, चूड़ा, मकई व बाजरा की भी खरीदारी में लोग जुटे रहे. जयनगर निवासी सुरेंद्र भाई मोदी व गांधी रोड निवासी अनिता कुमारी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि दीपावली के दिन मिट्टी के खिलौने में सात रंग का भूंजा को भर कर घरौंदा में रखा जाता है और इसकी पूजा होती है. उन्होंने बताया कि इस तरह की पूजा करने से साल भर घर में अन्न का भंडार भरा रहता है. रंगोली बनाने का भी काफी क्रेज है. इसे लेकर रंगोली के रंगों की भी खूब खरीदारी हुई. दीपावली को लेकर शहर के मिठाई दुकानों में भी लोगों ने खूब खरीदारी की. घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा को लेकर फलों की भी खरीदारी की गयी. बाजार में मिट्टी का दीया 100 रुपये प्रति सैकड़ा, जबकि घरौंदा 200 से 500 रुपये तक में बिका. मिट्टी के खिलौने 30 से 70 रुपये में बिका. वहीं लक्ष्मी गणेश की मूर्ति 30 रुपये से 300 रुपये तक में बिका. दीया बेच रहे व्यक्ति ने बताया कि बाजार में भाव पिछले वर्ष वाला ही रहा. मिट्टी सहित अन्य चीजों का दर बढ़ गया, पर दिया का दाम नहीं बढ़ा.