जयनगर: थाना क्षेत्र के पिपचो निवासी 38 वर्षीय मनोज यादव की अपराधियों ने अपहरण के पश्चात हत्या कर दी है. उसके शव को इचाक हजारीबाग में फेंक दिया गया था. पुलिस ने अज्ञात समझ पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार भी दिया. मनोज की हत्या एक महिला के साथ अवैध संबंध को लेकर की गयी है.
हत्या की साजिश में शामिल अवैध संबंध रखने वाली महिला व उसके कथित प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में कटघरा निवासी सरिता देवी व इसी गांव का मुकेश सिंह शामिल हैं. हत्याकांड में कुख्यात अपराधी सुरेश साव गड़गी का भी नाम सामने आया है. इसके साथ ही बाहर के अपराधी डॉन व अन्य इसमें शामिल थे. पुलिस इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है.
जानकारी के अनुसार पुलिस ने मनोज की पत्नी के आवेदन के आधार पर पहले सरिता देवी को हिरासत में लिया. उसके बयान पर पुलिस ने उसी गांव के मुकेश सिंह को गिरफ्तार किया. पूछताछ में मुकेश ने पूरे मामले का राज खोला. मुकेश ने पुलिस को बताया कि इस हत्याकांड की साजिश उसने व सरिता देवी के साथ मिल कर रची थी, जबकि हत्या में सुरेश साव, धनबाद का मुमताज व बिहार का डॉन नामक अपराधी भी शामिल था. जयनगर थाना प्रभारी हरिनंदन सिंह ने बताया कि 26 अगस्त को मनोज को सरिता देवी ने मिलने के लिए अलगडीहा जंगल में बुलाया था. सरिता देवी पैदल आयी थी, जबकि मुकेश व मनोज अलग-अलग बाइक से पहुंचे थे. बाद में वहां सुरेश साव, मुमताज व डॉन भी पहुंचा. फिर मनोज को वे लोग जंगल में ले गये.
इसके बाद सभी अपराधी गडगी पानी टंकी के पास पहुंचे, जहां सुरेश साव की स्कार्पियो खड़ी थी. बाइक छुपा कर सभी अपराधी मनोज को स्कार्पियो में बैठा कर उसी रात 12:30 बजे बेडोकला करियातपुर होते हुए इचाक जंगल के चेंगरो ग्राम टोला महुआरी ले गये. इस दौरान अपराधियों ने मनोज के मोबाइल से उसकी पत्नी मुंद्रिका देवी से बात भी करायी. चेंगरो जंगल में गमछा से गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी गयी और शव को झाड़ी में फेंक दिया. मनोज के कपड़े जला कर मोबाइल भी फेंक दिया. मनोज की बाइक लेकर डॉन बिहार चला गया. ज्ञात हो कि 26 अगस्त को मनोज यादव की पत्नी मुंद्रिका देवी ने जयनगर थाना में अपने पति का अपहरण कर हत्या कर देने की आशंका जताते हुए सरिता देवी के साथ अपने पति का अवैध संबंध होने की बात कही थी. पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की तो धीरे-धीरे मामला खुलता गया. सरिता देवी को हिरासत में लेने के बाद पूरे मामले से पर्दा उठ गया. इस पूरे प्रकरण में आठ-दस वर्षों तक हत्या, अपहरण, लूट व डकैती के मामले में जेल में रहे सुरेश साव गडगी का नाम एक बार फिर से सुर्खियों में आया है.
वर्ष 2015 में ही हुआ था विवाद, रास्ते से हटाने का लिया था फैसला
बताया जाता है कि पहले सरिता देवी व मनोज के बीच अवैध संबंध बना था. मनोज बार-बार उसे अपने साथ मुंबई ले जाने की जिद कर रहा था. वह मुंबई में गैस टैंकर चलाता था, पर सरिता मुंबई जाने के लिए तैयार नहीं थी. इसी बात को लेकर दोनों में अनबन हुई और दूरियां बढ़ गयी. इसी दौरान जेसीबी मशीन का हिसाब करने गांव का ही मुकेश सिंह सरिता देवी के घर आया और आने-जाने के क्रम में सरिता व मुकेश के बीच भी अवैध संबंध कायम हो गये. मनोज भी बीच-बीच में सरिता से मिलने आता रहा.
वर्ष 2015 में मनोज व मुकेश के बीच इस बात को लेकर मारपीट हुई थी. तब जाकर सरिता व मुकेश ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला लिया. मुकेश के कारण जेल से हाल ही में बाहर निकले सुरेश साव से भी सरिता की जान पहचान हुई. सरिता के इशारे पर उसके प्रेमी मुकेश ने हत्या का ताना बाना बुना. सुरेश साव के साथ ही बाहर से अपराधी बुलाये गये और हत्या कर दी गयी. गत 30 अगस्त को इचाक पुलिस ने चेंगरो जंगल से अज्ञात शव बरामद किया था. शव का रिम्स में पोस्टमार्टम कराया, पर अज्ञात शव होने के कारण उसका अंतिम संस्कार करा दिया गया. उक्त शव मनोज यादव का था. कांड का खुलासा तो हो गया, पर उसके परिजनों को मनोज का शव नहीं मिला है.
टास्क फोर्स बनाकर अपराधियों की हो गिरफ्तारी : राजकुमार
घटना की जानकारी लेने थाना पहुंचे राजधनवार से भाकपा माले के विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो उसकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. जनता के अमन चैन के लिए अपराधियों का खुलेआम घूमना सही नहीं है. पुलिस ने कांड का खुलासा किया है यह अच्छी बात है, पर इसमें शामिल सुरेश साव सहित अन्य अपराधियों को टास्क फोर्स बनाकर शीघ्र गिरफ्तार करे. विधायक ने कहा कि जनता भी अपराधियों के खिलाफ गोलबंद हो. यदि जरूरत पड़ी तो वे इस संबंध में एसपी से मुलाकात करेंगे.