28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विस्फोट की आवाज से इलाके में फैली दहशत

कोडरमा: कोडरमा-तिलैया (नवादा) रेल लाइन के निर्माण कार्य व ग्रेंड कोड पर अपराधियों द्वारा चार बम विस्फोट किये जाने से आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी. लोगों को पहले लगा की माओवादियों ने रेल लाइन पर बड़ी घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, घटना को अपराधियों द्वारा अंजाम दिये जाने की बात सामने आयी […]

कोडरमा: कोडरमा-तिलैया (नवादा) रेल लाइन के निर्माण कार्य व ग्रेंड कोड पर अपराधियों द्वारा चार बम विस्फोट किये जाने से आसपास के इलाके में दहशत फैल गयी. लोगों को पहले लगा की माओवादियों ने रेल लाइन पर बड़ी घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, घटना को अपराधियों द्वारा अंजाम दिये जाने की बात सामने आयी है.

मुख्य गार्ड महेंद्र राम,संतोष राम व मनीष कुमार ने की सूचना पर तिलैया थाना प्रभारी कामेश्वर ठाकुर गझंडी पुलिस पिकेट पर तैनात पुलिस पदाधिकारी व जवानों के साथ पहुंचे. रात करीब 11 बजे एसपी एसके झा ने खुद घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया. इसके अलावा आरपीएफ इंस्पेक्टर विजय कुमार, जीआरपी प्रभारी किशुन प्रसाद भी मौके पर पहुंचे. घटना को लेकर साइड इंजीनियर पुष्कर आनंद ने तिलैया थाना में मामला दर्ज कराया है. इसमें कहा गया है कि पांच-छह अपराधियों ने निर्माण कार्य को बाधित करने का प्रयास किया है. अपराधियों के लोकल होने की बात कही गयी है. पुलिस को शक है कि डराने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है.

घटना के चश्मदीद गार्ड ने बताया : घटना के समय मौजूद गार्ड महेंद्र राम, संतोष राम व मनीष कुमार ने बताया कि शाम में वे अपने ड्यूटी पर गये थे. करीब आठ बजे दो मोटरसाइकिल पर छह लोग पहुंचे. महेंद्र राम को कहा कि यहां काम बंद कर देना है. इसके बाद अलग-अलग जगह चार बम विस्फोट किया. इधर, बुधवार सुबह से निर्माण स्थल पर काम जारी रहा. मजदूर व अन्य लोग आम दिनों की तरह यहां कार्य करते दिखे.
पूर्व में हो चुका है माओवादी हमला: कोडरमा-तिलैया रेल लाइन निर्माण कार्य पर इससे पहले दो-तीन बार भाकपा माओवादियों द्वारा हमला किया जा चुका है. गत वर्ष ही माओवादियों ने सुरंगो पहाड़ के पास निर्माण कार्य में लगी लाखों की मशीनों व वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. वहां मौजूद कर्मियों से मारपीट भी की गयी थी. घटना के बाद पुलिस ने कई माओवादी सदस्य को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की थी. इससे पहले भी माओवादियों द्वारा गझंडी क्षेत्र में इसी रेल लाइन निर्माण कार्य को रोका गया था. उस समय घटना को लेकर प्रोजेक्ट मैनेजर ध्रुव सिंह द्वारा मामला दर्ज कराया गया था. इसके अलावा बिहार के जंगली क्षेत्र खरौंधी व अन्य जगहों पर अक्सर माओवादी, अपराधी रेल लाइन निर्माण कार्य को लेवी व रंगदारी की मांग को लेकर बाधित करते आये हैं.
2006 में पूरा होना था प्रोजेक्ट, आज तक चल रहा है काम! झारखंड-बिहार को जोड़ने वाले प्रस्तावित कोडरमा-तिलैया(नवादा) 64 किलोमीटर में से झारखंड में 15 किलोमीटर में कार्य होना है. इसके तहत कोडरमा से गझंडी के बीच रेल ट्रैक व स्लीपर बिछाने के कार्य के साथ ही ओवरब्रिज निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि बिहार क्षेत्र में काफी काम अभी होना बाकी है. इसके पीछे वन विभाग की ओर से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं मिलने को बड़ा वजह माना जा रहा है. जानकारी के अनुसार वर्ष 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन रेल परियोजनाओं का शिलान्यास झुमरीतिलैया में एक साथ किया था. इसमें कोडरमा-रांची वाया हजारीबाग, कोडरमा-गिरिडीह व कोडरमा-तिलैया नवादा रेल लाइन का काम शामिल था. तीनों रेल परियोजनाओं को वर्ष 2006 में पूरा करने की योजना थी, लेकिन 18 वर्षो में केवल कोडरमा जंक्शन से कोवाड़ व कोडरमा-हजारीबाग बरकाकाना तक पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू हो पाया है. दो राज्यों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण रेल परियोजना कोडरमा तिलैया रेल लाइन का कार्य अभी भी मंथर गति से चल रहा है. इसके पीछे जंगली इलाके में बार-बार कार्य बाधित होना भी बताया जाता है.
धमकी भरे पर्चे में ये लिखा है
अपराधियों द्वारा छोड़े गये धमकी भरे पर्चे में लिखा है कि रॉयल कंस्ट्रक्शन को सूचित किया जाता है कि जब तक हमारी बात को नहीं माना जाता है तब तक काम को बंद रखें. अगर हमारी बात को नहीं माना गया तो इसका अंजाम बुरा हो सकता है.नीचे एनएसपीएम लिखा है. इसके साथ ही अपराधियों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक के लिए अपना फोन नंबर भी दिया है. इसमें कहा गया है कि कंपनी वाले बुधवार (6 सितंबर) को सुबह 10 बजे से 11 बजे के बीच फोन नंबर 7596876490 पर संपर्क करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें