सैकड़ों डंपर व ट्रक जाम में फंसे रहे
पिपरवार : सीसीएल पिपरवार क्षेत्र में ओवरलोडिंग के खिलाफ चले प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में 26 घंटे तक लगा जाम गुरुवार अपराह्न एक बजे हटा. रांची डीटीओ द्वारा ओवरलोडिंग के आरोप में डंपर पकड़े जाने के विरोध में अन्य निजी डंपर मालिकों ने मार्ग को जाम कर दिया था. इस कारण पिपरवार क्षेत्र से आरसीएम साइडिंग, केडी ओल्ड व डकरा साइडिंग डंपरों के माध्यम से होनेवाली कोयला ढुलाई ठप रही. वार्ता के बाद पिपरवार की आरसीएम साइडिंग, एनके एरिया की केडी ओल्ड व डकरा साइडिंग की कोयला ढुलाई शुरू हो गयी है. डंपर मालिकों ने बताया कि एक-दो दिनों में तिरपाल ढंक कर कोयला ढुलाई होने लगेगी.
भेलवाटांड़ के समीप मुख्य मार्ग में लगी जाम में सैकड़ों ट्रक दिन भर फंसे रहे. इस कारण रोड सेल का काम प्रभावित रहा. क्षेत्र की आरसीएम साइडिंग में रैक लोडिंग प्रभावित है. बचरा साइडिंग में शाम तक दो रैक डिस्पैच हो चुका था. इस दौरान पिपरवार, अशोक व सीएचपी के कांटाघरों का काम प्रभावित रहा.
प्रबंधन व प्रशासन के साथ ट्रांसपोर्टकर्मियों की हुई बैठक : ट्रांसपोर्टिंग ठप हो जाने से उत्पन्न समस्या को लेकर पिपरवार महाप्रबंधक कार्यालय में एजीएम बीपी सिंह की अध्यक्षता में खलारी डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह के साथ ट्रांसपोर्टरों व निजी डंपर मालिकों की बैठक हुई. बैठक में पिछले 26 घंटे से लगी जाम पर प्रबंधन ने चिंता जताते हुए आम लोगों को हो रही परेशानी से निजात देने को लेकर चर्चा हुई. एजीएम बीपी सिंह ने ओवरलोडिंग ढुलाई को प्रतिबंधित बताते हुए डंपरों से होनेवाली कोयला ढुलाई के दौरान तिरपाल ढंक कर परिवहन किये जाने की बात दोहरायी.
खलारी डीएसपी ने सीसी (कैरिंग कैपेसिटी) के अनुसार डंपरों में तिरपाल ढंक कर कोयला ढुलाई करने का निर्देश दिया. इस पर ट्रांसपोर्टरों ने व्यावहारिक समस्या को देखते हुए कुछ समय की मोहलत मांगी. प्रशासन की ओर से कहा गया कि किसी को परेशान करने की मंशा नहीं है. वह शांतिपूर्ण ढंग से समस्या का समाधान चाहता है, लेकिन अन्य पक्षों की सहभागिता व सही ढंग से काम करने मंशा व धरातल पर प्रयास दिखना चाहिए. अन्य पक्षों ने विचार कर राय देने की बात कही. बिना किसी ठोस नतीजे की बैठक टल गयी.