समाज बेहद संवेदनशील है. प्रभात खबर में ‘डकरा में भूख से तड़प रहे चार बच्चे’ की खबर छपने के तुरंत बाद गुरुवार को अदालत, राजनेता, अधिकारी से लेकर सैकड़ों लोग मदद के लिए आगे आये. इन बच्चों के नाना-नानी तुरंत पहुंचे. छोड़ कर भागनेवाला पिता जीतन माझी भी घर लौट आया.
खलारी बीडीओ ने बच्चों को चावल, कपड़ा उपलब्ध करावाया. लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा ने आश्रय देने की पहल की. इधर झारखंड हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस ने खुद संज्ञान लिया. हजारीबाग जिला सत्र न्यायाधीश नागेश्वर प्रसाद को निर्देश दिया. फिर बाल कल्याण समिति को डकरा भेजा गया.