रांची/खूंटी : राजधानी रांची से सटे खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड के साइको में तीन दिन से लापता 4 लोग आज पावस घर आ गये हैं. पिछले दिनों पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गयी थी. मृतक की पहचान अब्राहम मुंडा के रूप में हुई थी.अब्राहम मुण्डा की मौत के बाद रविवार को स्थानीय लोगों ने खूंटी बंद रखा था. इस दौरान ग्रामीणों का आरोप था पुलिस फायरिंग में और भी लोग मरे हैं. ग्रामीणों ने 7 लोगों को लापता बताया था. जबकि चार लोग आज गांव वापस आ गये हैं, वहीं 3 अन्य लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.स्थानीय नीति पर सरकार के फैसले के खिलाफ सोमवार को भी विभिन्न राजनीतिक दलों ने झारखंड बंद का आह्वान किया था.
खूंटी में भी सोमवार का बंद असरदार रहा. इस बीच कई बड़े नेताओं सहित राज्यभर से हजारो बंद समर्थकों को एक दिन के लिए गिरफ्तार किया गया था. खूंटी में स्थिति का जायजा लेने और पुलिस फायरिंग में मारे गये ग्रामीण के परिजनों से मिलने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रांची के पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे हैं. पुलिस ने 7 लोगों के गायब होने की खबर को अफवाह बताया और कहा कि उनमें से 4 लोग गांव वापस लौट गये है, जबकि 3 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में रखा गया है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि विभिन्न आदिवासी संगठनों के लोग शनिवार 22 अक्तूबर को भूमि से संबंधित दो कानूनों सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ आक्रोश रैली में शामिल होने के लिए निकले थे. रांची में इस मुद्दे पर रैली का आयोजन किया गया था. ग्रामीण जब हथियार के साथ प्रदर्शन के लिए आ रहे थे, तो विधि व्यवस्था बनाये रखने के मद्देनजर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान एसपी अभियान, डीएसपी सहित अन्य पुलिस कर्मियों से ग्रामीणों की झड़प हो गयी. झड़प में तीन ग्रामीण व दो पुलिसकर्मी घायल हुए. इस बीच पुलिस फायरिंग में एक शख्स अब्राहम मुण्डा की मौत हो गयी. गोलीबारी में 3 अन्य लोग भी घायल हुए जिनका इलाज रिम्स में चल रहा है.