28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पानी के लिए त्राहिमाम

चिंता. कोयलांचल की लाइफ लाइन दामोदर नद सूखा मार्च की शुरुआत में ही दामोदर नद सूख गया है. ग्रामीण क्षेत्र की नदियों में भी रेत दिख रहा है. जलाशयों के सूख जाने से कोयलांचल में जल संकट गहरा गया है. खलारी : मार्च की शुरुआत में ही कोयलांचल की लाइफ लाइन कहा जानेवाला दामोदर नद […]

चिंता. कोयलांचल की लाइफ लाइन दामोदर नद सूखा
मार्च की शुरुआत में ही दामोदर नद सूख गया है. ग्रामीण क्षेत्र की नदियों में भी रेत दिख रहा है. जलाशयों के सूख जाने से कोयलांचल में जल संकट गहरा गया है.
खलारी : मार्च की शुरुआत में ही कोयलांचल की लाइफ लाइन कहा जानेवाला दामोदर नद सूख चुका है. ग्रामीण इलाकों में बहनेवाली सपही, सोनाडुबी तथा चटी नदी भी रेत के नीचे समा गयी है. कोयलांचल में अभी से ही पानी के लिए त्रहि-त्रहि शुरू हो गया है. डकरा, सुभाष नगर, मोहन नगर तथा अन्य कॉलोनियों में दो या तीन दिन के अंतराल पर पानी की सप्लाई हो रही है.
छोटे नाले सूख जाने से मवेशियों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. चापाकल तथा कुएं भी जवाब देने लगे हैं. जो चालू हालत में हैं, वहां सुबह से ही लाइन लगी रह रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में नाला तथा नदियों को खोद कर पानी निकाला जा रहा है. सीसीएल कॉलोनियों में रहनेवाले कामगार तथा अन्य लोग अभी से ही इस चिंता में पड़ गये हैं कि मार्च में यह हाल है, तो मई में क्या होगा. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं रहने से लोग परेशान हैं. खासकर पशुपालकों में पानी को लेकर अभी से बैचेनी देखी जा रही है.
टैंकर से सप्लाई की योजना : पानी की किल्लत को देखते हुए सीसीएल प्रबंधन टैंकर से पानी सप्लाई करने की योजना बना रहा है. प्रबंधन द्वारा खिलानधौड़ा तालाब से डकरा तक पानी पहुंचाने की योजना भी तैयार की गयी है.
विधायक ने उठायी थी समस्या : चालू विधानसभा सत्र में मनोनीत विधायक जीजे गॉलस्टीन ने खलारी प्रखंड की समस्या उठायी थी. इस पर सरकार द्वारा बताया गया कि खलारी में 49 चापाकल लगाये गये हैं. लेकिन इसमें अधिकांश सूखे पड़े हैं अथवा उसका पानी पीने लायक नहीं है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें