बुंडू : चपरगना क्षेत्र के किसानों की आमदनी का जरिया धान व लाह की खेती है. पिछले कई साल से लाह की फसल बरबाद हो जा रही थी, जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा. बहुत से किसानों को रोजी-रोजगार की तलाश में अन्यत्र जाना पड़ा. इस वर्ष क्षेत्र में लाह की अच्छी पैदावार हुई है.
गभड़ेया गांव (बुंडू) के किसान शिवचरण मुंडा व सुशील मुंडा ने बताया कि लाह की परंपरागत खेती में लाह के कीड़े मौसम के अनुकूल नहीं रहने, फफूंद लगने तथा परभक्षियों द्वारा लाह के कीड़ों को खा जाने के कारण फसल अच्छी नहीं हो रही थी. किसानों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए झासको ने किसानों को प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उपकरण उपलब्ध कराया. समय-समय पर किसानों को कीटनाशक व फफूंद नाशकों के प्रयोग की जानकारी दी गयी.