खूंटी : हम सभी को बच्चों के प्रति जिम्मेदारी वहन करनी चाहिए. बच्चों को अच्छी शिक्षा व संस्कार मिलेगा तो उनका भविष्य बेहतर होगा. सरकार विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. जिसमें विद्यालय भवन, पेयजल, मध्याह्न भोजन, बिजली, सड़क आदि शामिल हैं. किंतु ग्राम स्तर पर आपके विद्यालय में सभी नामांकित बच्चे प्रतिदिन पहुंच रहे हैं या नहीं, पढ़ाई ठीक से हो रही या नहीं,
मध्याह्न भोजन अच्छी तरह से मिल पा रही है या नहीं, शिक्षकों की उपस्थिति ससमय हो रही है या नहीं, यह सुनिश्चित करना आप सभी की जिम्मेदारी है. उक्त बातें जिला प्रशासन व लीड्स के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को खूंटी के एसएस हाई स्कूल सभागार में जिला शिक्षा जन संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीसी सूरज कुमार ने कही. उन्होंने कहा कि जब विद्यालय में शिक्षा का स्तर सुधरेगा, तभी आपके बच्चों का भविष्य संवरेगा. आप विद्यालय में भवन, पेयजल,
शौचालय, बिजली आदि की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाएं, उसे प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जायेगा. साथ ही मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता की जांच अपने स्तर से करें. गांवों में कई तरह की सब्जियों की खेती होती है, बच्चों को अवश्य खिलायें. उन्होंने लीड्स के निदेशक को कहा कि आप हमें 50 विद्यालयों की सूची उपलब्ध करायें, जिसे मॉडल विद्यालय के रूप में विकसित किया जा सके.
स्कूल के स्थापना दिवस को जन्म दिवस के रूप में मनायें : देश के प्रधानमंत्री ने प्रत्येक विद्यालय के स्थापना दिवस को जन्म दिवस के रूप में मनाने की बात कही. जिसमें शिक्षक, बच्चों के अभिभावक, जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन के पदाधिकारी आदि की सहभागिता सुनिश्चित हो. उपायुक्त ने कहा कि जिन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है,
वहां घंटी आधारित शिक्षकों को रखा जायेगा. उन्होंने उपस्थित सभी पदाधिकारी, शिक्षक, बीआरपी-सीआरपी विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य, अभिभावक व ग्रामीणों से अपील की कि हम सभी को अपनी सोच बदलने की जरूरत है. सभी को मिल कर बदलाव लाना है. सभी इस मुहिम से जुड़ कर खूंटी का विकास करेंगे.नगर पंचायत उपाध्यक्ष राखी कश्यप ने कहा कि शिक्षा ही समाज में व्याप्त अच्छे और बुरे की पहचान कराती है. दुर्भावना को दूर करती है शिक्षा. इसलिए ग्रामीण बच्चों को शिक्षा अवश्य दिलायें.
जिला शिक्षा अधीक्षक खूंटी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी. कहा कि विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति व जन भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए इस तरह के अभियान चलाये जाते हैं. समाज में व्याप्त विकृतियों को शिक्षा के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है. इस अभियान की सफलता विद्यालयों में दिखाई देनी चाहिए.
लीड्स के निदेशक एके सिंह ने लीड्स की कार्यप्रणाली की जानकारी दी. कहा उनकी संस्था शिक्षा का अधिकार के तहत कार्य कर रही है. वरिष्ठ पत्रकार मधुकर ने कहा कि विद्यालय आपका है, बच्चे आपके हैं. विद्यालय व शिक्षा के प्रति आपमें अपनत्व व मालिकाना की भावना जगाना होगा. इस दौरान उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सात विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों को शॉल देकर व पांच विद्यालय के बाल संसद को खेल सामग्री देकर सम्मानित किया गया. डीसी नेे विद्यालय चले चलायें अभियान के जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. गौरतलब हो कि जिले में गत 18 जून से 30 जून तक विद्यालय चले चलायें अभियान चल रहा है.