खूंटी : बिरसा कॉलेज खूंटी में शुक्रवार को कैरियर काउंसेलिंग का आयोजन किया गया. विद्यार्थियों को मार्गदर्शन देने के लिए डीसी डॉ मनीष रंजन मुख्य रूप से मौजूद थे. उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी उम्र कैरियर के चुनाव की दहलीज पर है. यहीं से आपको अपने सपनों को पंख देना होता है. इंटर के दो साल एवं स्नातक के तीन कुल पांच साल जिसने भी अच्छी तरह संघर्ष किया, उसका मंजिल तक पहुंचना निश्चित है. कई लोग ज्यादा ध्यान समस्याओं पर देते हैं.
समस्याएं ही लड़ने के लिए हौसला भी देती है. इसलिए समस्याओं से घबराने की जरूरत नहीं है. जो समस्या से नहीं डरता है, उसी को विजयश्री मिलेगी. डीसी ने समय की महत्ता एवं सफलता के प्रेरणादायी संदर्भों के माध्यम से विद्यार्थियों को समझाया. पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम के कथन के संदर्भ में कहा कि सपने वे नहीं हैं, जो रात को सोते वक्त आते हैं. सपने वो होते हैं जो सोने नहीं देते. उन्होंने लियो बर्नाड के बारे में बताया कि कैसे तीन साल में उनकी कंपनी ने विश्व के 66 देशों में अपनी शाखाएं खोली. डीसी ने कहा कि कोशिश में उठे हाथ हमेशा प्रगति की ओर बढ़ते हैं.
आपको लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा. लक्ष्य अगर पक्का है, तो कोई ताकत उसे पाने से नहीं रोक सकती. एसडीओ प्रणव कुमार पाल ने लगातार संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया. कहा कि सफल नाविक वही होता है, जो समुद्र में झंझावतों को पार कर आगे बढ़ता है. मौके पर विद्यार्थियों ने मेडिकल, इंजीनियरिंग, झारखंड लोक सेवा आयोग, भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षाओं की तैयारी के बाबत प्रश्न पूछे. जिसका डीसी एवं एसडीओ ने जवाब दिया. मौके पर प्राचार्या डॉ एन पूर्ति, कार्यपालक दंडाधिकारी मेघनाथ उरांव, डीपीआरओ विनय कुमार आदि मौजूद थे.