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राज्यसभा चुनाव को लेकर UPA-NDA ने अपने-अपने विधायकों की घेराबंदी की, पढ़ें… झारखंड की टॉप 5 खबरें

झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए आज मतदान होगा. राज्यसभा की दो सीटों के लिए झारखंड के 79 विधायक वोट करेंगे. सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक विधायक अपना वोट डाल सकेंगे. वहीं, शाम 5:00 बजे से मतगणना का समय निर्धारित किया गया है. तो वहीं, आज से झारखंड में कंटेनमेंट जोन को छोड़ शहरी क्षेत्रों में कपड़े व जूते-चप्पल की दुकानें खुल जाएंगी... हालांकि सरकार ने कई गाइडलाइन भी जारी किये हैं... इधर, भारतीय सेना की शहादत को पूरा देश नमन कर रहा है. झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन ने भी शहीद गणेश हांसदा के पार्थि‌व शरीर को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने शहीद हुए जवानों के परिजनों को राज्य में मनचाही जगह पर भूखंड देने की बात कही. तो वहीं, गुमला में बिहार से लौटे पांच परिवारों का लोगों ने बहिष्कार कर दिया है. गांववाले तो इनसे बात तक नहीं कर रहे हैं .यहां तक की गांव के एकमात्र कुएं से इन्हें पानी भी भरने नहीं दिया जा रहा है. अब बात धनबाद की जहां करोड़ों खर्च करने के बाद भी सड़क निर्माण ठीक से नहीं किया गया है. सड़क पर जब जमाव के कारण घरों में पानी घुस रहा है, तो वहीं ग्रामीणों का पैदल चलना भी दूभर हो गया है... पढ़ें झारखंड की टॉप 5 खबरें...

झारखंड में राज्यसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान होगा. राज्यसभा की दो सीटों के लिए झारखंड के 79 विधायक वोट करेंगे. सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक विधायक अपना वोट डाल सकेंगे. चुनाव आयोग की अनुमति के बाद शाम 5:00 बजे से मतगणना का समय निर्धारित किया गया है. शाम 6:00 बजे तक दोनों सीटों के परिणाम की घोषणा संभावित है. चुनाव आयोग के विशेष ऑब्जर्वर श्रीराम ताराणिकांत और ऑब्जर्वर राहुल पुरवार ने अन्य अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की.

इधर, राज्यसभा चुनाव को लेकर यूपीए-एनडीए ने अपने-अपने विधायकों की घेराबंदी की है. एनडीए विधायक राजधानी के सरला-बिरला यूनिवर्सिटी के कैंपस में कैंप कर रहे हैं. वहीं, यूपीए में लंच डिप्लोमेसी चली. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के घर सत्ता पक्ष के विधायक भोज में जुटे. राज्यसभा चुनाव में शह-मात का खेल चल रहा है. रांची जिला प्रशासन ने सरला-बिरला यूनिवर्सिटी के प्राचार्य को पत्र भेज कर एनडीए के लोगों के जुटान पर 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है. प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कोविड-19 के आलोक में आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू है.

धारा-144 लागू है, ऐसे में परिसर को खुलवा कर विधायकों को कैसे ठहराया गया. इधर, भाजपा भी चुनाव आयोग पहुंची है. विधायक विरंची नारायण ने सत्ता पक्ष पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया है. कोविड-19 के खतरे को देखते हुए पहली बार राज्यसभा चुनाव के लिए दो मतदान केंद्र बनाये गये हैं. एक मतदान केंद्र पूरी तरह से स्वस्थ विधायकों के लिए होगा. जबकि, बुखार या जुकाम से पीड़ित विधायकों के लिए अलग से मतदान केंद्र की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा राज्यसभा चुनाव में पहली बार पोस्टल बैलेट की भी व्यवस्था की गयी है.

झारखंड में कंटेनमेंट जोन को छोड़ शहरी क्षेत्रों में 19 जून से कपड़े और जूते-चप्पलों की हर तरह की दुकानें खुलेंगी. मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. इस आदेश की प्रति सभी विभागों के प्रमुखों के अलावा प्रमंडल और जिले के अधिकारियों को भेज दी गयी है. आदेश में कहा गया है कि दुकानों में एक समय में पांच से ज्यादा लोग नहीं रह सकते हैं. इंट्री प्वाइंट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था संचालक को करनी होगी.

संचालक को सोशल डिस्टैंसिंग का भी पालन करना होगा. वहीं, दुकान के संचालक, कर्मचारी और ग्राहकों को मास्क लगाना जरूरी होगा. दुकानों को लगातार सैनिटाइज करना होगा. अगर किसी ग्राहक को बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी होगी, तो वैसे लोगों काे दुकान के अंदर जाना मना होगा.रेडिमेड दुकानों में ट्रायल रूम का प्रयोग मना होगा.

लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा प्रखंड के कोषाफलिया गांव के शहीद गणेश हांसदा का पार्थि‌व शरीर सेना के विशेष विमान से गुरुवार की देर शाम रांची एयरपोर्ट लाया गया. इस मौके पर एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में रखे शहीद के पार्थि‌व शरीर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि सीमा पर शहीद हुए जवानों के परिजनों को राज्य में मनचाही जगह पर सरकार भूखंड देगी. शहीद का परिवार सिर उठाकर जी सके, इसके लिए उन्हें पेट्रोल पंप दिलाने की भी अनुशंसा पेट्रोलियम मंत्रालय से की जायेगी.

श्री सोरेन ने साहिबगंज के शहीद जवान कुंदन ओझा को भी श्रद्धांजलि दी. वहीं राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित िकये. सेना की ओर से कमांडिंग अफसर मुदस्सर इकबाल के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा हुई. इसके बाद सलामी दी गयी. इस मौके पर शहीद के परिवार का कोई सदस्य एयरपोर्ट नहीं पहुंच सका था. शाम 7:03 बजे शहीद का पार्थिव शरीर नामकुम स्थित सेना के मॉर्चरी ले जाया गया. शुक्रवार की सुबह हेलीकॉप्टर से पार्थि‌व शरीर को बहरागोड़ा के कोषाफलिया गांव ले जाया जायेगा. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, स्पीकर रविंद्रनाथ महतो, मंत्री रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम रघुवर दास ने भी श्रद्धांजलि दी.

पालकोट प्रखंड के खूंटीटोली गांव की नवाटोली के लोगों ने कोरोना के भय से बिहार से लौटे पांच परिवारों का बहिष्कार कर दिया है. गांववालों ने फरमान जारी किया है कि गांव का कोई भी व्यक्ति इन पांचों परिवारों से बात नहीं करेगा. गांव के एकमात्र कुएं से इन्हें पानी भी भरने नहीं दिया जा रहा है. वहीं, ग्रामीणों के आने-जानेवाले रास्ते पर भी चलने से इन्हें मना कर दिया गया है. ग्रामीणों के इस फरमान के बाद पांचों परिवार के 15 सदस्य नवप्राथमिक विद्यालय खूंटीटोली में शरण लिये हुए हैं. इनमें सात बच्चे भी हैं.

10 दिनों से चल रहे इस पूरे प्रकरण की पुष्टि नाथपुर पंचायत की मुखिया रीता देवी भी कर रही हैं.जानकारी के अनुसार, इस गांव में रहनेवाले पांच परिवार पटना में ईंट भट्ठा में मजदूरी करते हैं. लॉकडाउन में ये सभी लोग 10 दिन पहले पालकोट पहुंचे. जिला प्रशासन ने इन सभी लोगों को होम कोरेंटिन में रहने के लिए कहा है, लेकिन जब ये लोग गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों ने इन्हें गांव में घुसने से रोक दिया. साथ ही कई तरह की पाबंदियां भी लगा दीं.

प्रशासन ने मदद नहीं की, तो भूखे मर जायेंगे : जिस स्कूल में प्रवासी मजदूरों के परिवार ने शरण ले रखी है, वह बेहद जर्जर अवस्था में है. चूंकि बारिश का मौसम है, इसलिए इन्हें यहां रहने में दिक्कत हो रही है. सांप, बिच्छू घुसने का डर है. मच्छर काटते हैं, सो अलग. गांव के कुएं से पानी नहीं ले सकते, इसलिए दो किमी चल कर ये लोग जंगल में बने एक छोटे से डोभा से पानी लाते हैं, जिसमें बारिश का पानी जमा होता है.

चास प्रखंड क्षेत्र के नारायणपुर पंचायत स्थित भांगा बाजार गांव में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करीब एक किमी पीसीसी सड़क का निर्माण कार्य इसी वर्ष फरवरी में पूर्ण किया गया. निर्माण के समय इस बात का ध्यान नहीं रखा गया कि सड़क पर जल जमाव न हो. ग्रामीण नरेश कुमार पाल, गोपाल चंद दे, राजू पाल, निताई दे ने कहा कि सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने के पूर्व ही संवेदक सहित कर्मियों को हर वर्ष हो रहे जल जमाव की जानकारी दी गयी.

बावजूद इसका ख्याल नहीं रखा गया. अब हालत ऐसी है कि लोग अपने घर के द्वार पर बैठ भी नहीं पा रहे हैं, क्योंकि कोई भी बाइक या वाहन के गुजरने पर सड़क पर जमा पानी पूरी शरीर को भींगा देता है. पैदल चलना भी दूभर हो गया है. सड़क का पानी घर में घुसने से रोकने के लिए लोगों ने अपने-अपने द्वार पर मेड़ बनाया है.

गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तेलीडीह से नारायणपुर, भांगा बाजार, बिक्रमडीह, घटियाली होते हुए बंगाल बॉर्डर तक करीब 15.820 किमी सड़क का निर्माण 19 करोड़ 97 लाख रुपये की लागत से किया गया है. इसमें पीसीसी सड़क के अलावा अलकतरा रहित पिच सड़क भी शामिल है. संवेदक ने भांगा बाजार में करीब डेढ़ फुट मोटी पीसीसी सड़क का निर्माण किया है.

Post by : Pritish Sahay

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