चितामी में कई घर तोड़े, ग्रामीणों ने मशाल जला कर भगाया
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नारायणपुर पहुंचे 20 गजराज
चितामी में कई घर तोड़े, ग्रामीणों ने मशाल जला कर भगाया जब सभी सोये थे घरों में तभी मचाया तांडव नारायणपुर : गिरिडीह के जंगलों से निकले 20 हाथियों का विशाल झुंड नारायणपुर के इलाके में प्रवेश कर गया है. इनमें कई नन्हें हाथी भी हैं. शनिवार को मधुपुर के इलाके में हाथियों के झुंड […]
जब सभी सोये थे घरों में तभी मचाया तांडव
नारायणपुर : गिरिडीह के जंगलों से निकले 20 हाथियों का विशाल झुंड नारायणपुर के इलाके में प्रवेश कर गया है. इनमें कई नन्हें हाथी भी हैं. शनिवार को मधुपुर के इलाके में हाथियों के झुंड पर पत्थर फेंकने वाले एक युवक को हाथियों ने पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया. धनबाद- गिरिडीह तथा जामताड़ा जिले के सीमा पर बसा नारायणपुर प्रखंड के चितामी गांव में शनिवार को हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया है. कई घरों की दीवारों को गिरा दिया.
हालांकि किसी इंसान को कोई क्षति नहीं हुई है. जिस समय हाथियों ने घर की दीवारों को तोड़ा लोग वहीं सो रहे थे. किसी तरह जान बचा कर निकले और मशाल जला कर हाथियों को गांव से वापस किया. गुरुवार की रात्रि करीब 12 बजे चितामी गांव में रात को सोये लोगों में एका-एक हाहाकार मच गया़ लोग अपने घर से अर्द्ध निन्द्रा में सोते हुए निकले एवं और हाथियों को गांव से भगाने में लग गये. हाथियों ने गांव के लोखो मुर्मू का घर तोड़ दिया़ दिवाल में इतना बड़ा छेद कर दिया कि उस छेद से हाथी घर में प्रवेश कर जाये़ घर के दो छोरो पर से हाथी ने हमला कर दिया और घर में रखे सारे समान को छत-विछत कर दिया़
कई घरों में रखे अनाज को किया नष्ट
हाथियों का चितामी गांव से है पुराना संबंध
गांव के लोगों की माने हाथियों का झूंड का चितामी गांव से पुराना संबंध है़ यहां प्रति वर्ष दो या तीन बार हाथियों का झुंड प्रवेश कर जाता है और काफी नुकसान कर जाता है़ पिछले वर्ष भी गांव के कई घरो में तोड़-फोड़ कर दिया था़ गांव स्थिति विद्यालय भवन में भी तोड़-फोड़ किया था़
मधुपुर में भी आक्रामक हुए गजराज, एक को मार डाला
शुक्रवार को मधुपुर घुसा हाथियों का झुंड शनिवार को आक्रामक हो गया. सुबह तड़के चार बजे हाथियाें के झुंड ने शनिवार को चोरकट्टा में दुधानी निवासी 40 वर्षीय मजीद अंसारी को कुचल कर मार डाला व कई घर तबाह कर दिये. हाथियों की तसवीर ले रहे मारगोमुंडा के एक पत्रकार भोला तिवारी भी इस दौरान घायल हो गये. इससे पहले रात में हाथियों ने चोरकट्टा निवासी बाबूलाल सोरेन के दो घर क्षतिग्रस्त कर दिये. सुबह करीब चार बजे हाथियों ने उसके घर पर धावा बोल दिया. उस वक्त घर के सभी लोग सोये हुए थे. इसी बीच हाथियों ने घर के एक हिस्से को ध्वस्त कर दिया. आवाज सुनकर घर वाले जागे.
तभी हाथियों ने सूंड अंदर फैलाया. बाबूलाल के के दोनों बच्चे हड़बड़ा कर उठे व दरवाजा खोलकर जान बचाकर बाहर भागे. हाथियों ने उसके घर में रखे करीब 10 क्विंटल धान खा लिये या बरबाद कर दिये. फिलहाल हाथियों का झुंड मधुपुर शहर से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर चोरकट्टा व फागो स्थित पलाश के जंगल में घंटों से इधर-उधर भटक रहा है. हाथियों ने इससे पहले राजदहा नैयाडीह में सावित्री देव्या घर को क्षति ग्रस्त कर दिया.किशनपुर में भी एक घर को क्षति ग्रस्त किया.
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम पहुंची व माइकिंग कर लोगों को सचेत करते रहे. बताते चलें कि हाथियों का झुंड शुक्रवार को ही गिरिडीह जिले के अहिल्यापुर व गांडेय होते हुए मधुपुर प्रखंड के करमाटांड में प्रवेश किया. शाम को धमनी के आसपास था. झुंड में सात बच्चे भी है. हालांकि वन विभाग की टीम ने उसे वापस गिरिडीह जिले में भेजने का प्रयास किया. लेकिन रात में वापस झुंड मधुपुर से सटे चोरकट्टा पहुंच गया.
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