जामताड़ा : मनरेगा योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला प्रशासन सख्त दिखते जा रहा है. जिला स्तरीय पदाधिकारी लगातार में क्षेत्र का भ्रमण कर मनरेगा योजना का निरीक्षण कर रहे हैं. विभाग अपने लक्ष्य को पाने के लिए जिला स्तर से कार्रवायी भी प्रारंभ कर दी गयी है. यहां तक जिला के कई पचांयत सेवक व रोजगार सेवक को वेतन भी बंद कर दी गयी है. सरकार का साफ निर्देश है कि मनरेगा में लापरवाही होने पर मनरेगा कर्मी के अलावे बीडीओ,
बीपीओ का भी वेतन रोकने में प्रशासन देर नहीं करेगा. डीडीसी कुमार मिथिलेस प्रसाद ने स्पष्ट कहा है कि मनरेगा में लापरवाही नहीं चलने दिया जायेगा. बता दें कि राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2016-17 में जिला में दस हजार डोभा निर्माण करने का लक्ष्य दिया था, लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्ति के बाद भी लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया.