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दायित्व को समझें चिकित्सक कार्यक्रम . स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में डीसी ने कहा

जामताड़ा : समाहरणालय के सभागार में मंगलवार को डीसी रमेश कुमार दूबे की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक हुई. इस दौरान डीसी श्री दूबे ने कहा कि जामताड़ा प्रखंड को 25 दिसंबर को कैशलेस करना है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मी व पदाधिकारी के साथ कैशलेस को लेकर कार्यशाला करने […]

जामताड़ा : समाहरणालय के सभागार में मंगलवार को डीसी रमेश कुमार दूबे की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक हुई. इस दौरान डीसी श्री दूबे ने कहा कि जामताड़ा प्रखंड को 25 दिसंबर को कैशलेस करना है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मी व पदाधिकारी के साथ कैशलेस को लेकर कार्यशाला करने का निर्देश दिया.

वहीं समीक्षा के क्रम में पाया कि परिवार नियोजन के तहत जिला में इस वर्ष 3500 महिलाओं को परिवार नियोजन के तहत महिला बंध्याकरन करना था, लेकिन नवंबर तक मा़़़त्र 168 महिला का ही बंध्याकरन हुआ है. वहीं पुरुष नशबंदी के लिए जिला को लक्ष्य 500 दिया था, लेकिन ये भी नवंबर तक मात्र 19 ही हुआ है. जिस पर डीसी श्री दूबे ने नाराजगी जताई. साथ ही डीसी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग काम के प्रति गंभीर नहीं है. कहा जो चिकित्सक अपने कार्यों को दायित्व नहीं समझते हंै

वैसे चिकित्सक सरकारी नौकरी छोड़ दें और निजी अस्पताल चलायें. काम नहीं करने वाले पदाधिकारी को बक्सा नहीं जायेगा. वहीं डीपीएम दीपक कुमार गुप्ता ने कहा कि परिवार नियोजन के तहत पुरुषो का नशबंदी किया जा रहा है, जिसमें सोमवार को 4 हाइड्रोसिल ऑपरेशन किया गया है.

संस्थागत प्रसव को बढ़ाने में ध्यान दंे पदाधिकारी : वहीं संस्थागत प्रसव की समीक्षा में पाया कि जिला को संस्थागत प्रसव के लिए 22 हजार 817 का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन नवंबर तक जिला से 13 हजार 310 संस्थागत प्रसव ही हुआ है. जिस पर डीसी श्री दूबे ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव का प्रतिशत कम रहने का मूल कारण एएनएम का आवासन नहीं करना है. कहा जबतक एएनएम आवासन नही करेंगे तब तक संस्थागत की प्रतिशत में बढ़ावा नहीं आयेगा.
जिले के लगभग एएनएम ऐसे है जो अभी भी आवासन नहीं करते हैं. डीसी ने सीएस को कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों का जांच करें और एएनएम को आवासन करने का निर्देश दें अन्यथा जिला स्तर से जांच टीम बनाकर भेजा जायेगा. पकड़े जाने पर किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं किया जायेगा और कड़ी कार्रवायी किया जायेगा.
नाला के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व कर्मी पर शोकॉज करने का निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकािरयों के साथ बैठक करते डीसी रमेश चंद्र दुबे, एसी विधान चंद्र चौधरी, एसडीओ नवीन कुमार व सीएस मार्शल आइंद.
गर्भवती महिला की जांच में भी विभाग की स्थिति काफी खराब
वहीं गर्भवती महिला की जांच की स्थिति भी काफी खराब पाया गया. गर्भवती महिला की प्रथम एएनसी जांच जिला को 25 हजार 99 लक्ष्य दिया गया था. जिसमें नवंबर तक मात्र 16 हजार 733 महिलाओं का जांच किया गया है. वहीं चौथा एएनसी जांच में जिला में 12 हजार 522 महिलाओं का जांच किया गया है. संस्थागत प्रसव में नाला प्रखंड में मात्र 38 प्रतिशत किया है.
सभी कार्यक्रमों में नाला की प्रतिशत कम रहने पर नाला के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को शोकॉज करने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि एक सप्ताह में स्पष्ट जवाब नहीं देने पर कार्रवायी करने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि जनता को धीरे धीरे स्वास्थ्य विभाग के प्रति विश्वास घटते जा रहा है. जिस कारण से ये विभाग अपने लक्ष्य को पाने में काफी दूर देखा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की सिस्टम को सुधारने की नसीहत डीसी ने सीएस को दिया.
ये थे मौजूद
मौके पर एसी विधान चंद्र चौधरी, एसडीओ नवीन कुमार, सीएस डॉ मार्शल आइन्द, एसीएमओ डॉ अशोक कुमार, डीपीएम दीपक कुमार गुप्ता, डीपीसी पंकज कुमार, डैम भोला शंकर गुप्ता, डॉ सुनील कुमार किस्कू, डॉ अल्फ्रेड मुर्मू , फालगुनी कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

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