मिहिजाम : विद्युत बिल चुकता नहीं करने पर महकमा ने चंद्रदीपा इलाके में स्थित मेसर्स एक्सप्रेस इनप्रोगेटिव लिमिटेड की बिजली लाइन काट दी है. क्रसर प्लांट का काम करने वाली उक्त कंपनी के पास विभाग का करीब 6 लाख 45 हजार का बकाया है. विभाग ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी है. कंपनी को […]
मिहिजाम : विद्युत बिल चुकता नहीं करने पर महकमा ने चंद्रदीपा इलाके में स्थित मेसर्स एक्सप्रेस इनप्रोगेटिव लिमिटेड की बिजली लाइन काट दी है. क्रसर प्लांट का काम करने वाली उक्त कंपनी के पास विभाग का करीब 6 लाख 45 हजार का बकाया है. विभाग ने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी है. कंपनी को विभाग से हाइटेंशन लाइन मिला हुआ है.
बुधवार को विभाग के अधीक्षण अभियंता जामताड़ा अनुप कुमार बिहारी, अवर प्रमंडल मिहिजाम अभयिंता सौरव कुमार भट्टाचार्य, कनीय अभियंता सीताराम चैतंबा के अलावा दुमका से एमटीआर अभियंता की मौजूदगी में प्लांट का विद्युत विच्छेद कर दिया गया. बताया गया है कि कोलकाता की इस कंपनी को खनन विभाग से पत्थर उत्खनन का लीज पर है. निकट ही इसने क्रसर भी स्थापित किया है कंपनी पत्थरों को राज्य से बाहर बंगाल में पत्थरों को सप्लाई करती है.
लंबी लिस्ट है मोटे वकायादारों की
विभाग के पास मोटे बिजली वकायादारों की लंबी लिस्ट है जो एक लाख से आरंभ होकर करीब 50 लाख तक है, लेकिन विभाग इन पर कार्रवाई करने की जहमत कभी कभार ही करती है. विभाग की नजर में हमेशा घरेलू उपयोग के लिए कनेक्शन लेने वाले छोटे उपभोक्ता ही रहते हैं. जिन पर कार्रवाई कर विभाग अपनी वाहवाही कराता रहा है. लोगों का कहना है कि विभाग अगर संजीदगी से कार्रवाई करें और बिल चुकता नहीं करने वालों की लाइन काटे तो विभाग को धनराशि की प्राप्ति के साथ बिजली की बचत भी होगी. विभाग की लचर कार्यशैली के कारण महकमा का करोड़ों रुपये उपभोक्ताओं ने अपने पास दबा रखा है. जिससे विभाग को वित्तीय संकट का सामना भी करना पड़ता है.