जामताड़ा : बजट में घोषित उत्पाद शुल्क वापस लेने की मांग को लेकर मंगलवार को जामताड़ा शहर की 35-40 आभूषण दुकानें बंद रही. इसका असर प्रखंड क्षेत्रों में भी देखने को मिला. दुकानें बंद रहने से जिले में लगभग लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. स्वर्णकार संघ के जिला महामंत्री नरेश कुमार वर्मण ने कहा कि जामताड़ा में हड़ताल सफल रहा. स्वर्णकार ने हड़ताल के माध्यम से अपनी एकता का परिचय दिया है.
सभी ने स्वेच्छा व शांतिपूर्वक अपनी दुकानें बंद रखी. हड़ताल अब गुरुवार तक चलेगा. इससे पहले बुधवार को स्वर्णकार संघ के सदस्यों के साथ बैठक की जायेगी. इस दौरान हड़ताल से हुए नुकसान की समीक्षा की जायेगी. साथ ही आगे की रणनीति तय की जायेगी.
श्री वर्मण ने कहा कि सरकार पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए आगे की रणनीति बनायी जायेगी. कोषाध्यक्ष अशोक वर्मण ने कहा कि पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है. इससे छोटे-छोटे आभूषण विक्रेताओं के कारोबार प्रभावित होंगे. सोने की पकाई सरकारी संस्थान से करानी होगी. माल का रिकॉर्ड नहीं रखने पर कार्रवाई भी हो सकती है. इस कारण सरकार अविलंब उत्पाद शुल्क की बढ़ोतरी को वापस लें. हड़ताल को सफल बनाने में संघ के कोषाध्यक्ष अशोक वर्मण, श्यामलाल पत्र, धनश्याम वर्मण, दीपक वर्मण, सरयु वर्मण, गौर वर्मण, रमेश पाल आदि जुटे हैं.