मेगा लोक अदालत में आठ बेंचों पर हो रहा निबटारा
जामताड़ा कोर्ट : व्यवहार न्यायालय में पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का शुभारंभ फैमिली कोर्ट के प्रधान जिला जज अनिल कुमार सिंह ने किया. उन्होंने कहा कि अदालत में आपसी समझौता के आधार पर सुलहनीय वाद के निबटारा करने का अच्छा अवसर क्षेत्र के लोगों को मिलता है.
प्रथम दिन गठित आठ बेंचों में सुनवाई हुई तथा 14 मामलों का निष्पादन किया गया. वादकारों ने 93 हजार 320 रुपये पर समझौता कर अपने लंबित मामलों का निष्पादन कराया. इसमें बैंक, उत्पाद, टेलीफोन और पुलिस एक्ट 33 से जुड़े मामले थे.
इस अवसर पर डीएलएसए के सचिव सह सब जज प्रभाकर सिंह ने कहा कि डालसा और झालसा के निर्देश पर समय व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत, मेगा लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है. इन आयोजित अदालतों में क्षेत्र के नागरिकों को लाभ मिल रहा है. सुलहनीय वाद आपसी समझौते के आधार पर निबटारा करा कर लोग खुशी-खुशी घर जाते हैं. इस तरह के आयोजन से राष्ट्रीय लोक अदालत एवं मेगा लोक अदालत में सस्ता और सुलभ न्याय मिलता है.
पक्षधर अपने मामलों का संक्षिप्त विवरण एक आवेदन में लिख कर देते हैं और उसी पर सुनवाई होती है. राष्ट्रीय लोक अदालत और मेगा लोक अदालत में किसी तरह का कोर्ट फीस नहीं लगता है.
मौके पर एडीजे प्रथम विजय कुमार टू, सीजेएम सिद्धार्थ मंडल, स्थायी लोक अदालत के चेयरमैन महेंद्र प्रताप सिंह, सब जज एसएस फातमी, प्रभाकर सिंह, एसडीजेएम चौधरी एहसान मोईज, न्यायिक पदाधिकारी, प्रभारी अपर लोक अभियोजक जेके साह, एपीपी दिनेश कुमार, केपी शर्मा, धनंजय पांडे, बैंच के सदस्य अधिवक्ता सुरेश प्रसाद सिंह, अनवर अंसारी, मुक्ता मंडल, लक्ष्मी दुबे, संचिता दां, केके झा, मुकेश कुमार सिंह वन, नंद कुमार सिन्हा, सुखदेव राणा, अमित राय, शुभोजित मुखर्जी, बैंक, टेलीफोन, उत्पाद विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे.