जामताड़ा : विपक्षी पार्टियों द्वारा आहूत बंद का असर शहरी क्षेत्र में व्यापक रहा. सुबह से ही वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा. पूरे शहर में सन्नाटा छाया रहा. बंद के दौरान जामताड़ा और मिहिजाम शहर में दुकानदारों ने स्वत: ही अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी. वहीं बाइक छोड़ अन्य किसी भी छोटे वाहनों को सड़क पर दौड़ते हुए नहीं देखा गया. इस दौरान कांग्रेस, झामुमो, झाविमो, सीपीआइएम के कार्यकर्त्ता शहर के विभिन्न सड़कों पर उतरकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते नजर आये.
बंद को देखते हुए स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या काफी कम रही. वहीं शहर के सभी प्राइवेट स्कूल बंद रखे गये थे. इस दौरान बंद समर्थकों ने कई प्रमुख मार्गों को भी जाम कर दिया. शहर के इंदिरा चौक, सुभाष चौक और स्टेशन रोड में कार्यकर्ता सुबह से ही डटे रहे. बंद के दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा बैंक को बंद कराने का भी प्रयास किया गया. शहर में विधायक डॉ इरफान अंसारी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके आवास से रैली निकाल कर स्टेशन रोड होते हुए इंदिरा चौक पहुंचे. जहां पर सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. इस दौरान पुलिस ने विधायक और समर्थकों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया,
लेकिन सभी लोगों ने गिरफ्तारी नहीं दी. विधायक व कार्यकर्ता शहर के मुख्य बाजार का भ्रमण करते हुए टावर चौक पहुंचे, जहां पर पहले से तैनात पुलिस बल ने विधायक व समर्थक को हिरासत में लेकर रेडक्रॉस स्थित कैंप जेल में ले जाकर रखा. वहीं कांग्रेस की जिला अध्यक्ष मुक्ता मंडल ने दूसरी टुकड़ी बनाकर गांधी मैदान होते हुए सुभाष चौक पहुंचे. जहां उन्हेें भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके अलावा झामुमो के जिला उपाध्यक्ष अशीत मंडल व रवींद्र नाथ दुबे की अगुआई में कार्यकर्ता सड़क पर उतरे थे. झाविमो द्वारा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार हांसदा के नेतृत्व में बंद समर्थन किया गया. वहीं सीपीआइएम द्वारा सुरजीत सिन्हा व लखन लाल मंडल के नेतृत्व में कार्यकर्ता सड़क पर उतरे थे. बंदी के दौरान जिले से कुल 517 बंद समर्थकों ने गिरफ्तारी दी.
सभी वर्गों ने किया बंदी का समर्थन : इरफान
सभी वर्गों के लोग अपनी स्वेच्छा से इस बंदी का समर्थन किया और सड़क पर उतरकर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. उक्त बातें विधायक इरफान अंसारी ने कही. व्यापारियों ने भी अपनी दुकानें बंद कर इस बंदी को सफल बनाया है. महंगाई ने सभी हदें पार कर दी है. इस कारण लोगों ने इस बंद का समर्थन किया है. कहा कि सरकार अंबानी, अडानी और बड़े-बड़े उद्योगपतियों से मिलकर बड़े-बड़े घोटालों को अंजाम दे रही है. झूठ बोलने वाली सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. जनता ने अपना गुस्सा साफ-साफ दिखा दिया है.
प्रखंडों में दिखा बंद का मिलाजुला असर
प्रभात खबर टोली : विपक्षी पार्टियों द्वारा भारत बंद का असर प्रखंड क्षेत्रों में मिलाजुला रहा. सुबह से ही बसों का परिचालन बंद रहा. हालांकि दुकानें खुली रहीं. फतेहपुर प्रतिनिधि के अनुसार हर दिन की तरह ही फतेहपुर बाजार की दुकानें खुली रही, लेकिन सड़कों पर बसों का परिचालन बंद रहा. इस कारण यात्रियों को काफी परेशानी भी उठानी पड़ी. बिंदापाथर प्रतिनिधि के अनुसार बिंदापाथर क्षेत्र में बंद का आंशिक असर देखा गया. स्थानीय बाजारों में आम दिनों की तरह दुकानें खुली रही. हालांकि बंदी के कारण तमाम रूटों की गाड़ी नहीं चली. जामताड़ा-दुमका मुख्य सड़क पर लंबी दूरी की बसें व ट्रक स्वत: बंद रहे. यूथ इंटक के जामताड़ा जिला अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा के नेतृत्व में बंद समर्थकों ने धतुला गांव के समीप सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
बिंदापाथर पुलिस मौके पर पहुंचकर बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया. नारायणपुर प्रतिनिधि के अनुसार पेट्रोल पंप के समीप पुलिस ने 58 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया. इस मौके पर अभय पांडेय, सफाउद्दीन अंसारी, कमल महतो, देवानंद सिंह, मोहम्मद नसीम राजेंद्र प्रसाद, सफाउद्दीन अंसारी आदि मौजूद थे. नाला प्रतिनिधि के अनुसार विभिन्न क्षेत्र से कांग्रेस, भाकपा, जेवीएम, राजद, झामुमो, भाकपा माले एवं सीपीएम के कार्यकर्ता काफी तादाद में प्रखंड मुख्यालय पहुंचे. कुंडहित प्रतिनिधि के अनुसार बंदी को लेकर मुख्य सड़क पर चार पहिया वाहनों का आवागमन कम देखा गया एवं सड़कों पर बस सेवा पुरी तरह से बंद रही.
जबकि कुंडहित सहित आसपास में सरकारी गैर सरकारी सभी प्रतिष्ठान अन्य दिन के भांति खुले रहे. बंद कराने के लिए झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष जयश्वर मुर्मू, संतोष सिंह, देवीदेव सोरेन, कांग्रेस के नाला प्रभारी डॉ अमित कुमार झा, मदनलाल डोकानिया, विद्याधर दलाल, सामसुल हक, सीपीआइ के गौर रवानी, बादल मंडल, परितोष घोष, गोपिनाथ मंडल, बबलू दास, समाउल हक बंद कराने सड़क पर उतरे थे. इस दौरान पुलिस द्वारा सभी की गिरफ्तारी की गयी.