जामताड़ा : पिछले कुछ दिनों से करमाटांड़ थाना क्षेत्र में जिस प्रकार से साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हुई है, उससे वे करमाटांड़ क्षेत्र से पलायन करने को विवश हैं. सूत्रों के मुताबिक थाना क्षेत्र के कई ऐसे गांव हैं, जहां एक-दो युवा ही देखने को मिलते हैं. साइबर अपराधी गुजरात, गोवा, मुंबई सहित देश के अन्य शहरों में पलायन कर रहे हैं. वे अपने घर में छापेमारी एवं कुर्की जब्ती होने की डर से अपनी चल अचल संपत्ति बेच रहे हैं. साइबर अपराधी अपनी दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों को औने-पौने दाम में बेच रहे हैं तो कोई साइबर अपनी दो पहिया, चार पहिया वाहन को पड़ोस में तो कोई अपने रिश्तेदार के घर पर रख रहे हैं.
थाना क्षेत्र के कई गांवों में सन्नाटा सा देखा जा रहा है. बता दें कि 23 अक्तूबर को राज्य के डीजीपी डॉ डीके पांडे ने साइबर को जड़ से मिटाने के लिए पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया था. डीजीपी के निर्देश के बाद करमाटांड़ थाना क्षेत्र में साइबर डीएसपी सुमित कुमार के नेतृत्व में ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाया गया. जिसके कारण सैकड़ों साइबर अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच गये, तो कई की संपत्ति जब्त की गयी. लोगों का मानना है कि शुरुआती दौर में ही यदि इस प्रकार से अभियान चलाया जाता तो आज जामताड़ा जिला साइबर जैसे संगीन अपराध के नाम से नहीं जाना जाता.