गड़बड़ी. मंत्री अमर बाउरी ने की जांच कमेटी गठित, ग्रामीणों का आरोप
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फर्जी आमसभा कर पहाड़ को लीज पर दिया
गड़बड़ी. मंत्री अमर बाउरी ने की जांच कमेटी गठित, ग्रामीणों का आरोप बोकापहाड़ी को लीज पर देने के मामले में खनन विभाग पर उठी उंगली ग्रामीणों ने लगाया आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप पहाड़ पर जामताड़ा के राजा व कई देवी-देवताओं की है प्रतिमा विभाग का दावा: सांवलापुर से सटे पहाड़ को दिया […]
बोकापहाड़ी को लीज पर देने के मामले में खनन विभाग पर उठी उंगली
ग्रामीणों ने लगाया आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप
पहाड़ पर जामताड़ा के राजा व कई देवी-देवताओं की है प्रतिमा
विभाग का दावा: सांवलापुर से सटे पहाड़ को दिया है लीज पर
जामताड़ा : सोमवार काे जिला योजना समिति की बैठक के बाद जामताड़ा का खनन विभाग चर्चा में है. मंत्री ने सख्त रूख अपनाते हुए खनन विभाग के क्रिया-कलाप पर जांच कमेटी गठित करने का भी निर्देश दे दिया है. पहाड़ को लीज पर देने का मामला सामने आते ही खनन विभाग के अन्य क्रियाकलापों पर भी उंगलियां उठने लगी है. लेकिन खनन विभाग की मानें तो मंत्री अमर बाउरी ने जिस पहाड़ी को लीज पर दिये जाने पर सवाल उठाया था. उस पहाड़ी को लीज पर दिया ही नहीं गया है.
उससे सटे सांवलापुर में पत्थर उत्खनन के लिए लीज पर दिया गया है. जो भी हो अब तो विभागीय जांच के बाद ही पता चलेगा कि किस पहाड़ी को लीज पर दिया गया है. जो भी हो खनन विभाग तक सरकार की जांच की आंच पहुंच गयी है. बता दें कि नारायणपुर प्रखंड का बोकापहाड़ी पहाड़ जो आदिवासी और जामताड़ा राजा के आस्था के प्रतीक है़
बोकापहाड़ी पर जामताड़ा राजा के कुल देवी-देवता के मंदिर है़ वहीं आदिवासी समाज के लोग इस पहाड़ को पूजने का कार्य करते आ रहे है़ं जिस कंपनी को बोकापहाड़ी को लीज दिया गया है़ उक्त कंपनी द्वारा गांव में फर्जी आमसभा करा कर विभाग को दिया है़ गांव के चंद बिचौलिये लोगों से सहमति ली गयी है़
फर्जी आमसभा प्रकरण के मामले में विभाग की भी मिलीभगत सामने आ रही है़ पिछले योजना समिति की बैठक में निर्देश दिया गया था कि आस्था का प्रतीक पहाड़ को लीज नहीं दिया जाये. इसके बावजूद भी विभाग धार्मिक स्थल को लीज देने का काम किया है.
बोकापहाड़ी को लीज नहीं दिया गया है़ लेकिन बोकापहाड़ी से सटे सांवलापुर में पत्थर उत्खनन का लीज एक कंपनी को विभाग द्वारा दिया गया है़
– भोला हरिजन, डीएमओ, जामताड़ा.
पहाड़ी के बगल में चल रहा उत्खनन
खनन विभाग के अनुसार बोकापहाड़ी के बगल सांवलापुर में पत्थर खनन के लिए लीज पर दिया गया है. जबकि इस पहाड़ी से सांवलापुर बिल्कुल 100 फीट की दूरी पर है. मतलब पूरी तरह सटा हुआ है. लोगों का कहना है कि सांवलापुर में उत्खनन से ही पहाड़ी को नुकसान हो सकता है. ऐतिहासिक धरोहर का भी उत्खनन से सफाया हो जायेगा.
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