जारी रिपोर्ट के मुताबिक मादा हाथियों की संख्या 53 नर हाथी 22 और शिशु हाथी 20 पाये गये हैं. गणना में खास तौर पर तेंदुआ समेत कई जानवर और पक्षियां विलुप्त हो रही है. कई प्रजातियां विलुप्त हो चुकी है. इधर, दलमा जैसे विशाल जंगल जिसका दायरा 193 वर्ग किलोमीटर के करीब है, यहां तीन वनरक्षी का ही पदस्थापन किया गया है. इससे विभाग सही ढंग से वन क्षेत्र की निगरानी नहीं कर पा रहा है.
Advertisement
हाथियों की संख्या 61% घटी
जमशेदपुर: दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पिछले दिनों हाथियों की लीद, उनके पानी पीने वाले स्थानों से लेकर अन्य साइंटिफिक तरीके की गयी गणना का फाइनल रिपोर्ट जारी कर दिया गया है. पिछली गणना (लीद के आधार पर) में हाथियों की संख्या 46 ही आयी थी, लेकिन फाइनल फिगर अब बढ़कर 95 हो गया है. […]
जमशेदपुर: दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में पिछले दिनों हाथियों की लीद, उनके पानी पीने वाले स्थानों से लेकर अन्य साइंटिफिक तरीके की गयी गणना का फाइनल रिपोर्ट जारी कर दिया गया है. पिछली गणना (लीद के आधार पर) में हाथियों की संख्या 46 ही आयी थी, लेकिन फाइनल फिगर अब बढ़कर 95 हो गया है. हालांकि वर्ष 2012 में हाथियों की संख्या 156 थी.
जानवर 2012 2017
हाथी 156 95
भालू 42 12
सुअर 216 183
कोटरा 137 45
हिरण 11 15
लंगूर 1015 649
बंदर 0 9
जंगली कुत्ता 0 0
तेंदुआ 0 1
रेटल 148 46
लाल गिलहरी 567 209
वन मुर्गी 5 0
लकड़बग्घा 39 36
नेवला 0 0
धनेश 112 77
मयुर 0 5
खरहा 0 3
सांप 27 6
एंथ्रेक्स को लेकर हम एलर्ट हैं. हाथियों का रुटीन चेक अप भी चल रहा है और टीका भी दिया जा रहा है. एंथ्रेक्स को लेकर हम लोग हाइ अलर्ट पर हैं. इसके लिए जानवरों के विशेषज्ञों को भी लगाया गया है. आरपी सिंह, वन क्षेत्र पदाधिकारी, दलमा
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement