गम्हरिया: महुलडीह गांव स्थित यूसिल माइंस के विस्थापित व प्रभावित ग्रामीणों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को माइंस गेट पर प्रदर्शन किया. इसका नेतृत्व ईटागढ़ पंचायत के मुखिया सह आजसू नेता रवींद्र सरदार टाईगर व डुडरा की मुखिया सुशीला सरदार ने किया. इस संबंध में श्री सरदार ने बताया कि माइंस स्थापना के बाद से एक बार भी प्रबंधन की ओर से यहां के विस्थापित व प्रभावित ग्रामीणों के लिए किसी प्रकार का समाज कल्याण से संबंधित काम नहीं किया गया. उनकी मांग है कि विस्थापितों को अर्थिक मदद दी जाये और इलाज की व्यवस्था की हो. बम बलास्ट से प्रभावित लोगों को मुआवजा मिले व सीएसआर के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा व पेयजल आदि की व्यवस्था की जाये. इस तरह का कोई काम नहीं होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में माइंस प्रबंधन के प्रति रोष व्याप्त है.
उन्होंने बताया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे. इस मौके पर ईटागढ़, वैष्ठमडीह, आमडीह, तिरिलडीह, ब्राहमण डुंगरी, उकाम, महुलडीह, डुडरा, बासुड़दा, भालूबासा, पुटूडीह, वोनडीह, कमलपुर, पार्वतीपुर आदि गांव के सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे.
ग्रामीणों को मिला आश्वासन
ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पाकर पहुंचे माइंस प्रबंधन के अधिकारियों व ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई. इसमें प्रबंधन की ओर से ग्रामीणों की मांगों को हर संभव पूरा करने का आश्वासन दिया गया. वार्ता में प्रबंधन की ओर से जीएम पाटिल, गिरीश गुप्ता, अभिषेक आनंद आदि उपस्थित थे.