जमशेदपुर: पीएन बोस की सोच के कारण ही साकची में समेकित टाटा स्टील प्लांट का स्थापना हुआ. उक्त बातें शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित आर्मरी मैदान के सामने टाटा स्टील के पहले भूगर्भशास्त्री पीएन बोस की 162वीं जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (आरएम) राजीव सिंघल ने कहीं. उन्होंने कहा कि पीएन बोस की खोज की वजह से ही हमारी खान देश की सबसे महत्वपूर्ण खानों में से एक है. श्री सिंघल ने कहा कि उन्होंने सिर्फ खनिजों का ही पता नहीं लगाया बल्कि उसकी उपयोगिकता को भी देखा.
जिसकी वजह से देश का पहला इस्पात कारखाना जमशेदपुर में लगा. उनकी पहल ने हमें अधिक से अधिक खनिज संसाधनों की खोज के लिए प्रेरित किया. लंदन यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक करने के बाद पीएन बोस 1878 में रॉयल स्कूल ऑफ लंदन से जियोलॉजस्टि की पढ़ाई की. इसके बाद वे मध्य प्रदेश के धुलिया और राजहरा में आयरन ओर माइंस की खोज की.
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है गोरुमहासिनी पहाड़ पर आयरन ओर के बड़े खान का पता लगाना. 24 फरवरी 1904 में उन्होंने जेएन टाटा को पत्र लिख कर साकची में टाटा आयरन एंड स्टील की स्थापना करने की सलाह दी. वहीं यूनियन के अध्यक्ष आर. रवि प्रसाद ने पीएन बोस के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सबसे पहले यहां खनिज संपदा की खोज की. जिससे टाटा स्टील और जमशेदपुर शहर की नींव रखी गयी. इस मौके पर कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (सीएस) सुनील भास्करन सहित यूनियन और कंपनी के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
बंग बंधु ने बोस को दी श्रद्धांजलि
सामाजिक संस्था बंग बंधु के तत्वावधान में महान भूतत्व वैज्ञानिक प्रमथनाथ बोस के 162वें जंयती पर सदस्यों ने आरमरी ग्राउंड के समीप श्री बोस की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया. मौके पर तड़ित भौमिक, चिंटू बोस, पूरबी घोष, चित्रोदीप भट्टाचार्य, राजेश राय, अभिषेक सरकार, संजय राय, रंजन कुमार आदि उपस्थित थे.