जमशेदपुर : राज्य के पब्लिक हेल्थ सर्विस का बुरा हाल है. इस दिशा में सरकार की अोर से सुधार के प्रयास किये गये, लेकिन मरीजों की संख्या ज्यादा होने अौर अस्तपाल व डॉक्टरों की संख्या में कमी की वजह से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं लोगों को नहीं मिल रही है. उक्त बातें
एक्सएलआरआइ में ‘पब्लिक हेल्थ सर्विस सेक्टर की चुनौतियां व उनके निदान’ को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान उभर कर सामने आयी. कार्यशाला के संयोजक प्रोफेसर विश्व वल्लभ ने बताया कि बिहार-झारखंड अौर उत्तर प्रदेश के पब्लिक हेल्थ सेक्टर की समस्या एक जैसी है. इस क्षेत्र के पीछे रहने के सबसे अहम कारण है आज के दौर में डॉक्टरों में अपने काम के प्रति मोटिवेशन लेवल व कमिटमेंट लेवल में काफी कमी आयी है. वहीं एक्सएलआरआइ के इंटरनेशनल बिल्डिंग में शनिवार की सुबह एक कार्यशाला की शुरुआत की जायेगी.