जांच के बाद कमेटी ने बताया कि पानी बहुत ज्यादा अम्लीय (एसिडिक) है. पीएच स्केल पर वहां अम्लीय की मात्रा 2.9 पायी गयी है जो काफी ज्यादा है अौर सरोवर में जाने वाला पानी परिष्कृत नहीं है. इसके अलावा कमेटी ने मछलियों की मौत का कारण अधिक गरमी अौर पानी में चूना, पोटेशियम परमैगनेट का छिड़काव नहीं होना अौर पानी का छिछला होना बताया है. मछलियों की मौत रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश दिये गये हैं जिसमें फव्वारे की संख्या बढ़ाने, पानी में चूना अौर पोटेशियम परमैगनेट मिलाने तथा सरोवर में आने वाले पानी को फिल्टर करने की व्यवस्था करना शामिल है.
जयंती सरोवर के छह फव्वारे शुरू. जुबिली पार्क स्थित जयंती सरोवर में लगातार मछलियों के मरने के बाद जुस्को प्रबंधन की अोर से तालाब की सफाई की जा रही है. वहीं पानी में अॉक्सीजन की मात्रा मेंटेन रहे, इसके लिए तालाब के सभी 6 फव्वारे को चालू किया गया.