जमशेदपुर. सोनारी भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार को चाईबासा द सिंहभूम डिस्ट्रिक सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के मैनेजर संतोष साव व उसके दो दलालों को 25 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. लोन सैंक्शन करने के बदले पांच फीसदी कमीशन मांगने की एक शिकायत पर एसीबी ने यह कार्रवाई की. एसीबी […]
जमशेदपुर. सोनारी भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार को चाईबासा द सिंहभूम डिस्ट्रिक सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के मैनेजर संतोष साव व उसके दो दलालों को 25 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. लोन सैंक्शन करने के बदले पांच फीसदी कमीशन मांगने की एक शिकायत पर एसीबी ने यह कार्रवाई की.
एसीबी के डीएसपी अमर कुमार पांडेय ने सोनारी स्थित ब्यूरो कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चक्रधरपुर रेलवे में काम करने वाले विक्टर सिंह कुंटिया ने एसीबी को शिकायत की थी. जांच के बाद आरोप सही पाने पर टीम ने छापेमारी की.
जुगसलाई नया बाजार निवासी संतोष साव के अलावा उनके दो दलाल जयस चावड़ा (चाईबासा रेलवे स्टेशन) और सुभाष कुमार (सदर चाईबासा) को पकड़ा गया है. लोन की राशि 17 फरवरी को विक्टर के खाते में भेज दी गयी. विक्टर ने फरवरी माह में दो किस्तों में 3.60 लाख रुपये खाते से निकाल लिये. तीसरी बार जब वे राशि निकालने गये तो नहीं निकली.
रेलकर्मी विक्टर कुंटिया से मांगा था कमीशन : एसीबी डीएसपी ने बताया कि विक्टर सिंह पहले चाईबासा रेलवे में काम करते थे. उनका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक में सैलेरी खाता है. उन्होंने जनवरी माह में बैंक से पांच लाख रुपये लोन लेने के लिए आवेदन किया था. मैनेजर ने लोन की राशि सैंक्शन कर दी. लोन देने के एवज में बैंक मैनेजर ने अपने अन्य दो साथियों के माध्यम से कुल राशि का पांच फीसदी कमीशन मांगा था.