जमशेदपुर: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने साेमवार को एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी और आसपास की बस्तियों के लोगों को हर हाल में कानूनी अधिकार दिलाने का वायदा किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा से टाटा लीज एरिया और बस्तियों की सुविधाओं में जो फर्क था, उसे खत्म करने के लिए संघर्ष किया और अब इस […]
जमशेदपुर: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने साेमवार को एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी और आसपास की बस्तियों के लोगों को हर हाल में कानूनी अधिकार दिलाने का वायदा किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा से टाटा लीज एरिया और बस्तियों की सुविधाओं में जो फर्क था, उसे खत्म करने के लिए संघर्ष किया और अब इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं. जमशेदपुर में अब एक जैसी व्यवस्था हो गयी है. मुख्यमंत्री बिरसानगर स्थित बिरसा मुंडा पहाड़ी के सौंदर्यीकरण के उदघाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि बिष्टुपुर की तरह ही बिरसानगर और अन्य क्षेत्र भी चमकेगा. आने वाले दिनों में बिरसानगर को बस्ती के रूप में नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र को नगर के रूप में जाना जाना चाहिए. मुख्यमंत्री बनने के बाद वे पहली बार बिरसानगर के किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपने पुराने दिनों के संघर्ष को याद किया और उपस्थित कई पुराने लोगों का नाम सार्वजनिक मंच से लिया.
मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे, तब यहां के कुछ लोग मालिकाना हक के नाम पर फाइनल-नॉट फाइनल जमीन के नाम पर पैसे वसूल रहे थे. उसको रोकने के लिए उन्होंने जन जागरुकता पैदा की और लोगों के इस संघर्ष में साथ दिया. मेरे लिए मालिकाना हक कभी चुनावी मुद्दा नहीं रहा. हमने हमेशा टाटा लीज एरिया और बस्तियों की सुविधाओं के फर्क को खत्म करने की बात कही थी.