आइआइटी खड़गपुर की टेक्नीकल टीम महुलिया से बहरागोड़ा तक 71 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में प्रयुक्त छड़, मिट्टी, बालू, सीमेंट तथा पानी की गुणवत्ता की भी जांच करेेगी, उसके बाद ही उनका सड़क निर्माण में प्रयोग हो पायेगा. एनएचएआइ ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है.
गौरतलब है कि महुलिया-बहरागोड़ा फोर लेन प्रोजेक्ट में सड़क निर्माण के साथ ही 17 पुल, 103 पुलिया, 01 फ्लाइओवर, 18 अंडर पास, 154 जंक्शन, 18 बस पड़ाव, 08 ट्रक पड़ाव एवं एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी होना है. इसके कारण इसमें बड़ी मात्रा में निर्माण सामग्रियों का इस्तेमाल होना है. इस कारण किसी निर्माण सामग्री में कोई कमी न रहे, इसके लिए परिवहन मंत्रालय पहले ही दिशा-निर्देश जारी कर रखा है. उक्त आदेश के आलोक में एनएचएआइ ने उच्चस्तरीय गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आइआइटी खड़गपुर का एजेंसी के रूप में चयन किया है.