जमशेदपुर : टाटा स्टील के ट्यूब डिवीजन में हुए हादसे में ठेका मजदूर रामनाथ रजक गुरुवार रात गरम एल्यूमिनियम मेल्ट मेटल टब (गल्वनाइजिंग बाथ- 2) में गिर गया, जिससे उसके दोनों पैर गल गये और पूरा शरीर 75 फीसदी तक जल चुका है. उसके गिरने के काफी देर बाद लोगों ने देखा, जिसके बाद वहां कार्यरत कर्मचारियों ने किसी तरह टब से निकाला और टीएमएच में भरती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. हादसे के बाद टाटा स्टील प्रबंधन की ओर से आंतरिक जांच की जा रही है. रामनाथ रजक बारीडीह के बागुनहातु का रहने वाला है और पिछले दस साल से ठेका मजदूर के तौर पर काम कर रहा है.
जानकारी के मुताबिक 19 जनवरी की शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक (12 घंटे) की ड्यूटी करने के लिए रामनाथ रजक पहुंचे थे. रामनाथ ठेका कंपनी यूके चौबे एंड कंपनी के लिए काम करते हैं. उनका काम था कि जो पाइप ट्यूब डिवीजन में बनता है, उस पर एल्यूमिनियम का कोट (परत) चढ़ता है. परत चढ़ाने के लिए पाइप को गरम एल्यूमिनियम के द्रव्य से भरे बाल्टी में डाला जाता है, जिसको गल्वानाइजिंग बाथ 2 के रूप में जाना जाता है.
इसी विभाग में रामनाथ रजक का काम था कि जब पाइप को परत चढ़ाने के लिए जाता है तो जो अपशिष्ट (बालू या अन्य कण) को एक बड़े चम्मचनुमा उपकरण से निकालते हैं. बताया जाता है कि वे वही काम कर रहे थे और रात करीब सवा ग्यारह बजे काम के दौरान सीढ़ी पर से फिसलकर सीधे टब में गिर गये. आसपास कोई कर्मचारी नहीं था. क्रेन पर चढ़े कर्मचारी को चमड़ा जलने की गंध व धुआं दिखा, उसके बाद उसने शोर मचाया. उसके बाद उसे टब से निकाला गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उसका दोनों पैर पूरी तरह गल गया है वहीं छाती और पीठ भी जल चुका है. उनको टीएमएच के बर्न केयर यूनिट (बीसीयू) में भरती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर है.
चार साल से कोई हादसा नहीं हुआ था ट्यूब में
ट्यूब डिवीजन में पिछले चार साल से एक भी छोटा हादसा तक नहीं हुआ था. वह सुरक्षित विभाग माना जाता रहा है.
टयूब डिवीजन में मजदूर टब में कैसे गिरा इसकी जांच की जा रही है. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
कुलविन सुरी, प्रवक्ता, टाटा स्टील