जमशेदपुर : झुमूर सम्राट 83 वर्षीय भवतोष सतपती नहीं रहे. शनिवार की रात को उनका पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम में निधन हो गया. भवतोष सतपती को झारखंड, बंगाल व ओड़िशा में झुमूर सम्राट के नाम से ही जाना जाता था. तीनों राज्यों में अपने झुमूर गीत संगीत के लिए जाने जाते थे. वह केवल झुमूर गायक ही नहीं, बल्कि एक लेखक व गीतकार भी थे.
झुमूर गीत-संगीत को नया आयाम व पहचान देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है. विजय महतो, पूर्णिमा महतो, देवाशीष महतो, अंजलि महतो, अनिमा महतो, लखीकांत महतो, तापस महतो, शीला सिंह समेत अन्य झुमूर गायक व गायिका उनके द्वारा लिखित झुमूर को गाते हैं. गांव देहातों में उनके लिखित झुमूर गीतों को गुनगुनाते अक्सर मिल जायेंगे. कुड़माली भाषा, साहित्य व संस्कृति को पहचान दिलाने के लिए अंतिम सांस तक प्रयासरत रहे. उनके निधन से तीनों राज्यों के उनके चहेतों में शोक की लहर दौड़ गयी. उनके निधन से मूलवासी ही नहीं बल्कि अन्य समाज व समुदाय को भी अपूर्णनीय क्षति हुई.